July 14, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर।  चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर में हाइड्रोपोनिक्स उत्पादन प्रणाली विषय पर तीन दिवसीय व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज समापन किया गया। शाकभाजी अनुभाग की ओर से मेबाइल कंपनी एवं यूनिडो, जापान द्वारा संयुक्त रूप से आईमेक टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर हाइड्रोपोनिक्स उत्पादन प्रणाली विकसित की गई है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. जीपी दीक्षित द्वारा की गई। डॉ. दीक्षित ने कहा कि युवाओं को सरकारी नौकरी पर निर्भरता को कम करते हुए स्वयं के रोजगार की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश एवं प्रदेश में कृषि विशेषकर सब्जियों पर आधारित स्टार्टअप के पर्याप्त अवसर है। जिसके लिए युवाओं को अपनी सोच बदलने की आवश्यकता है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के कोर्स निदेशक डॉ. पीके सिंह ने कहा कि आधुनिक हाइड्रोपोनिक्स पद्धति में नमी, उर्वरकों, जलवायु एवं रोगों का अनुश्रवण सेंसर पर आधारित होता है। इससे फसल विशेष का खुले खेत की तुलना में लगभग आधे दिनों में ही फसल चक्र पूरा हो जाता है, जिससे प्रति इकाई क्षेत्रफल पर अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।
शाकभाजी अनुभाग के प्रभारी डॉ. केशव आर्य ने  अनुभाग पर किए गए शोध के विषय में विस्तार से बताया गया।
इस अवसर पर कोर्स समन्वयक डॉ. राजीव ने बताया कि तीन दिन की अवधि में डॉ. बीएस तोमर, पूसा, नई दिल्ली ने  बीज उत्पादन, डॉ. अंशिका जायसवाल लखनऊ ने  हाइड्रोपोनिक्स फार्मिंग, डॉ. जेपी मेहता जयपुर ने ग्रीन हाउस के डिजाइन, डॉ. मोहम्मद अकरम ने रोग प्रबंधन, डॉ. हरे कृष्णा वाराणसी ने टमाटर में कैनोपी प्रबंधन आदि विषयों पर विस्तार से प्रस्तुतीकरण किया ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों की ओर से राहुल मिश्रा, अपर्णा ज्योति, संतोष कुमार, रजनी देवी, धर्मेंद्र बहादुर सिंह आदि ने अपने अनुभव को बताते हुए कहा कि प्रशिक्षण एक बहुत उपयोगी और महत्वपूर्ण रहा। प्रशिक्षण के दौरान हाइड्रोपोनिक्स पद्धति के विषय में व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त हुआ जो रोजगार सृजन में सहायक सिद्ध होगा।