
आज़ाद संवाददाता
कानपुर। इन दिनों मौसम में बदलाव के साथ-साथ वायरल फीवर तेजी से फैल रहा है। वहीं, इस वायरल फीवर के साथ आंखों का संक्रमण भी मरीजों को संक्रमित कर रहा है। इससे मरीजों को दो तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वायरल फीवर वाले मरीजों में कंजेक्टिवाइटिस भी हो रही हैं।
कंजेक्टिवाइटिस के मरीज हर ओपीडी में करीब 20 से 25 पहुंच रहे हैं। नेत्र रोग विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. शालिनी मोहन ने बताया कि वायरल फीवर के साथ कंजेक्टिवाइटिस की समस्या आम हो गई हैं। इसमें मरीजों को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
डॉ. शालिनी मोहन ने कहा कि जो लोग इसमें लापरवाही बरतते है उन मरीजों में संक्रमण पूरी आंखों में फैल जाता है। ये संक्रमण फिर आपकी आंख को अंदर से लेकर बाहर तक नुकसान पहुंचाता है। अगर संक्रमण बाहर तक आ जाता है तो स्थित काफी गंभीर होती हैं।
इस संक्रमण के होने के बाद मरीज को पूरी तरह से ठीक होने में करीब एक हफ्ते का समय लग रहा हैं। डॉ. शालिनी मोहन ने कहा कि आराम मिलने पर मरीज को आंखों में दवा डालना बंद नहीं करना चाहिए, जब तक डॉक्टर अपनी तरफ से बंद न करें।
डॉ. शालिनी मोहन ने बताया कि ये बीमारी एक से दूसरे में बहुत जल्दी होती है। इसलिए इसमें काफी ख्याल रखना पड़ता है। यदि घर में किसी एक को है तो उसकी तौलिया, रुमाल अलग रखनी चाहिए। हाथ को बार-बार धोते रहना चाहिए।
डॉक्टर के मुताबिक ये समस्या हर आयु में देखने को मिल रही है। बच्चों में भी और बड़ों में भी। कई बच्चे ऐसे भी आ रहे हैं, जिनमें संक्रमण का खतरा अधिक देखने को मिल रहा है। वो आंखों में काफी सूजन के साथ आ रहे है।