
आ स. संवाददाता
कानपुर। चकेरी इलाके में एड देखो नाम की कंपनी ने 148 लोगों से 81 लाख रुपए की ठगी कर ली। इसके बाद कंपनी अपना कार्यालय बंद करके भाग गई। पीड़ितों ने चकेरी थाने में इस मामले में 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सनिगवां रोड चकेरी के रहने वाले अनिल कुमार के मुताबिक साइबर कैफे चलाने वाला नीरज कुशवाहा एड देखो कंपनी का प्रचार प्रसार अपने मोबाइल के स्टेटस पर करता था। वहीं विमानपुरी के रहने वाले सुमित कुशवाहा खुद को कंपनी का मार्केटिंग एक्जिक्यूटिव बताते थे।
यह लोग कहते थे कि अपने घर, दुकान, ऑफिस पर एक स्मार्ट एलईडी टीवी लगाए और 7000 से 19500 रुपए तक हर महीने कमाए। इसके लिए वो प्रति व्यक्ति 35 हजार से एक लाख रूपये की रकम बताए गए एकाउंट में जमा कराते थे। जिस खाते में पैसा जमा कराया गया वो बैंक ऑफ महाराष्ट्र की झोठावारा शाखा कल्याण कुंज नियर कांता चौराहा कलवल रोड जयपुर से संचालित हो रहा था।
पीड़ितों के मुताबिक कम्पनी के कर्मचारी सिर्फ मौखिक रूप से जानकारी देते थे। डील होने पर एड देखो कंपनी के लैटर हेड पर एक फर्जी अनुबंध पत्र बनाकर देते थे। पीड़ितों के मुताबिक बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कर्मचारी और अधिकारी भी आरोपियों के साथ षड्यंत्र में शामिल रहे हैं। पीड़ितों के मुताबिक आरोपियों के सहयोगी के रूप में राजस्थान निवासी पूजा, हरिओम, योगेश आदि लोग भी शामिल रहे हैं।
आरोपी नीरज कुशवाहा बताता था कि कंपनी का सर्वर लगा हुआ है। लोगों के घर में सिर्फ लोकल टीवी लगा दिया जाता है। जिसे प्रतिदिन 24 घंटे में से 6 घंटे व महीने में 20 दिन इस टीवी को चलाना होगा। जिस पर कम्पनी द्वारा 14500 रुपए हर महीने 5 साल तक दिया जाएगा। आरोपी ने बताया था कि स्मार्ट एलइडी सर्वर के माध्यम से विज्ञापन करवाएगी। आपको सिर्फ ऑन और ऑफ करना होगा। इस तरह से कंपनी के लिए लोगों में विश्वास दिलाने के लिए एक दो लोगों के खाते में पैसा भी भेजा गया।
आरोपियों ने इस मामले में 148 लोगों को विश्वास में लेकर जालसाजी की, और कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 81 लाख रुपए से ज्यादा की रकम ठग ली। जब लोगों ने पैसे मांगे, तो आरोपियों ने कानपुर का ऑफिस बंद कर दिया। साथ ही उन्होंने धमकी दी कि अब अपने पैसे भूल जाओ वरना जान से हाथ धो बैठोगे।
इंस्पेक्टर चकेरी संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।