February 14, 2025

आ स. संवाददाता 

कानपुर। नगर की पुलिस का वसूलीबाज पत्रकारों के साथ ही दागी अधिवक्ताओं के खिलाफ चल रहा अभियान लगातार जारी है। इसी क्रम में एक प्लॉट पर कब्जा करने में अधिवक्ता अमित शर्मा के साथ ही जेल में बंद कानपुर प्रेस क्लब के दोनों पूर्व पदाधिकारी पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित और महामंत्री कुशाग्र पांडेय के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। 

एक महिला अधिवक्ता की तहरीर पर नजीराबाद पुलिस ने यह एफआईआर दर्ज की है। आरके नगर में रहने वाली अधिवक्ता मीनाक्षी गुप्ता ने बताया कि उनके भाई अनीश गुप्ता के हक में डॉ. प्रमोद कुमार गुप्ता ने सीसामऊ स्थित एक भूखंड की वसीयत की थी। यह वसीयत रजिस्टर्ड होने के कारण और वसीयतकर्ता की मौत के बाद उनका भाई अनीश उस भूखंड का स्वामी हो गया। डॉ. प्रमोद गुप्ता की मौत के बाद उस प्लाट को खाली समझ कर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित, पूर्व महामंत्री कुशाग्र पांडेय और अधिवक्ता अमित शर्मा ने मिलकर कब्जा करने के नियत से उस पर अपना बोर्ड लगा दिया। 
ये तीनो ही लोग अधिवक्ता मीनाक्षी गुप्ता और उनके भाई अनीश से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांग रहे हैं। ये लोग रुपयों की मांग पूरी नहीं होने पर जबरिया प्लॉट पर कब्जा करने की बात कह रहे है। वसूली की नियत से ही फर्जी मानहानि का नोटिस भेजकर अमित शर्मा 1 करोड़ रुपए की मांग कर रहा है।
नजीराबाद थाना प्रभारी ने बताया कि अधिवक्ता अमित शर्मा और जेल में बंद अवनीश दीक्षित व कुशाग्र पाडेय के खिलाफ रंगदारी, जान से मारने की धमकी देने समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
अधिवक्ता मीनाक्षी ने अपनी तहरीर में लिखा है कि अमित शर्मा अपराधिक किस्म का है। उसके खिलाफ तमाम मुकदमें धोखाधड़ी जमीन कब्जाने व रंगदारी मांगने के विचाराधीन हैं। 

मीनाक्षी की शिकायत पर बार काउंसिल ऑफ यूपी ने उसके विरूद्ध 10 वर्षों तक विधि व्यवसाय करने से रोक लगायी गयी थी, इसके विरूद्ध अमित शर्मा ने अपील दाखिल कर रखी है। अमित शर्मा का उपरोक्त प्लाट से किसी भी प्रकार का कोई लेना देना नही है। परन्तु केवल वसूली और रंगदारी मांगने के उद्देश्य से मीनाक्षी व उसके परिवार को आये दिन जानमाल की धमकी दी जा रही है। इन लोंगो शिकायतकर्ता को रंगदारी न देने पर गम्भीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है।