July 14, 2025

आ स. संवाददाता 
कानपुर।
  सिविल लाइंस में एक अरब की जमीन पर कब्जा करने के प्रयास के मामले में जेल गए पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित और मास्टरमाइंड हरेन्द्र मसीह की सम्पत्तियों का जब्तिकरण गैंगस्टर एक्ट में हो चुका है।
अब इस मामले में गिरोह के अन्य 13 सदस्यों की सम्पत्तियों के चिन्हीकरण का काम शुरू हो चुका है। होली और अन्य कानूनी कार्य से मुक्त होने के बाद एक बार फिर पुलिस ने इस मामले में ध्यान देना शुरू कर दिया है।
13 लोगों की सम्पत्तियों के चिन्हीकरण के बाद उसकी रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी। उनके आदेश के बाद जब्तीकरण  की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बीती 28 जुलाई 2024 को पुलिस ने जमीन कब्जाने के मामले में अवनीश दीक्षित समेत अन्य के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की थी। उसके बाद उसे गिरफ्तार कर 29 जुलाई 2024 को जेल भेज दिया गया था।
इस मामले में पुलिस ने अवनीश दीक्षित को गैंगलीडर बनाते हुए इंटर रेंज गैंग दर्ज किया। इसमें पुलिस ने अवनीश दीक्षित को गैंग लीडर बनाते हुए हरेंद्र कुमार मसीह, राहुल वर्मा, विसेंट विक्रम उर्फ विक्की चार्ल्स, संदीप शुक्ला उर्फ बउवन शुक्ला, कमला एरियल, अभिषेक एरियल, नौरिस एरियल, अर्पण एरियल, अली अब्बास, जितेश झा, जितेंद्र शुक्ला, विवेक पांडेय, मनोज यादव, मो.वसीम खान, अखलाक अहमद को सदस्य बनाया था।
कोतवाली पुलिस ने किदवई नगर में अवनीश और झांसी में हरेन्द्र मसीह की सम्पत्ति जब्त करने की कार्रवाई पूर्व में की थी। उसके बाद त्योहार और अन्य कानून व्यवस्था के चलते बाकी लोगों की सम्पत्तियां चिन्हित नहीं हो सकी थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अब दोबारा से सम्पत्ति चिन्हीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बाकी बचे 13 आरोपियों की अनुमानित सम्पत्ति 1.5 से 2 करोड़ तक हो सकती है। उन्हें चिन्हित करने की कार्रवाई के साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी। उसके बाद कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा।
इंस्पेक्टर कोतवाली जेपी पाण्डेय के मुताबिक सम्पत्तियों को चिन्हित करने का कार्य जारी है। जल्द ही इसे पूरा करने के साथ कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा।