October 5, 2024

कानपुर। रनियां की फोम गददा फैक्ट्री  में लगी आग  से  किशोर की नौकरी का पहला दिन ही उसके जीवन का आखिरी दिन बन गया। अपने घर की आर्थिक तंगी को दूर करने वाला 9वीं में पढ़ने वाला 15 साल का अजीत अपनी नौकरी के पहले ही दिन हादसे का शिकार हो गया। 11 हजार रुपए महीने की सैलरी पर नौकरी की बात पक्की हो गयी तो उसने उसी दिन रात 8 बजे से ड्यूटी शुरू कर दी ।सुबह 8 बजे तक ड्यूटी थी, लेकिन इसके पहले ही फैक्ट्री में आग लग गई। अजीत की मौत हो गई और उसके काम का पहला दिन उसकी जिंदगी का आखिरी दिन बन गया।कानपुर देहात के रानिया में एक फोम गद्दे बनाने वाली आरपी पॉली प्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड में आग लगने से अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। 4 लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। अजीत मरने वाले इन्हीं 6 में से एक थे। फैक्ट्री में काम करने गए अजीत की घर लाश आई। भाई शिवम ने भी अजीत के साथ उसी दिन काम शुरू किया था। वह किसी तरह से बच गया। सभी मरने वालों की लाशें जलकर राख हो गई थीं। पहचानना मुश्किल था, इसीलिए अंतिम संस्कार भी एक साथ हुआ। जो इस हादसे में बच गए, उनकी आंखों के सामने से हादसे का भयानक मंजर हट नहीं रहा।इस मामले में संबंधित फैक्ट्री के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया। कंपनी की डायरेक्टर रीना अग्रवाल हैं। उनके दोनों बेटे शिशिर गर्ग और शशांक गर्ग के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। स्थानीय बीजेपी सांसद ने कहा- घटना दुखद है। कमजोर लोगों की जान गई है। मजिस्ट्रेट जांच हो रही है। पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिलवाया गया है। जांच में जो निकलकर सामने आएगा, उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। हमने नाबालिग से काम करवाए जाने की बात पूछी। वह कहते हैं कि ऐसी जानकारी तो अभी नहीं है। जांच के बाद पता चलेगा, तो कार्रवाई की जाएगी।