
संवाददाता।
कानपुर। किसी भी प्रकार की बीमारी इंसान को कमजोर बना देती है। ऐसी ही टीबी एक गंभीर बीमारी है जिसके हो जाने पर इंसान की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। लेकिन यदि लक्षण दिखने पर और जांच में टीबी की पुष्टि होने पर इसका नियमित और सम्पूर्ण उपचार कराया जाए तो यह पूरी तरह से ठीक हो सकती है। सरकार की ओर से टीबी मरीजों को उपचार के दौरान हर माह 500 रुपये भी दिये जाते हैं। सरकार की इस मुहिम में शामिल होकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं। यह बात बुधवार को विकास भवन में जिला क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित जनप्रतिनिधियों की संवेदीकरण बैठक को सम्बोधित कर मुख्य अतिथि सांसद सत्यदेव पचौरी ने कही। इस दौरान जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. आरपी मिश्रा ने सभाकक्ष में सभी को टीबी मुक्त भारत बनाने और टीबी मरीजों से किसी प्रकार का भेदभाव न रखने के संबंध में शपथ दिलाई। संवेदीकरण में क्षयरोग के लक्षण एवं उसके सफल इलाज के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारियां दी गई। सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान में सहयोग करने की सभी जनप्रतिनिधियों से अपील की। डॉ. आरपी मिश्रा ने कहा की क्षय (टीबी) रोगियों को गोद लेने से उन्हें पोषण सामग्री तो मिलती है साथ ही सामाजिक और भावनात्मक सहयोग भी मिलता है, जो उन्हें बीमारी से जल्दी ठीक होने में मदद करता है। उन्होंने प्रधानमंत्री के वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के संकल्प को प्रस्तुत किया और इसमें जनप्रतिनिधियों की भूमिका के महत्व को स्पष्ट किया और उनसे अपील की वह टीबी मरीजों को गोद लेकर भारत को टीबी मुक्त बनाने में सक्रिय योगदान करें। सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा कि टीबी के निदान की जानकारी समाज के निचले वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचनी चाहिए। भाजपा विधायक सुरेन्द्र मैथानी ने विधानसभा क्षेत्रवार मरीजों की सूची मांगी, जिन्हे पोषण के लिए गोद लिया जा सके। भाजपा विधायक नीलिमा कटियार ने आशा आंगनवाड़ी की बैठकों में टीबी की जानकारी देने का सुझाव दिया तथा विधायक महेश त्रिवेदी ने मलिन बस्तिओं में टीबी जांच कैंप लगाने का सुझाव दिया। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रमित रस्तोगी, डॉ. यूबी सिंह, कार्यक्रम समन्वयक राजीव सक्सेना, विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाहकार डॉ. दिव्या गुप्ता, एनजीओ एचएलएफपीपीटी के बलवान सिंह, एनटीईपी के कर्मचारियों में सुधीर यादव, प्रेमशंकर, शमशुद्दीन शेख, कौस्तुभ व अन्य लोग मौजूद रहे।