December 3, 2024

संवाददाता।
कानपुर। नगर में यूपी एटीएस लखनऊ और कानपुर टीम ने अवैध रूप से भारत में बांग्लादेशियाें को बसाने वाले गिरोह के एजेंट को कानपुर सेंट्रल स्टेशन से अरेस्ट किया है। जो खुद भी बांग्लादेशी है। विदेशी संस्थाओं से गिरोह करोड़ों रुपए लेकर बांग्लादेशियों के फर्जी दस्तावेज बनाकर उन्हें भारत में बसा देता है। इससे पूर्व में भी एटीएस की टीम सात बांग्लादेशियों को अरेस्ट करके जेल भेज चुकी है। अब गिरोह का खुलासा करने के लिए एटीएस की टीम जांच कर रही है। एटीएस के अफसरों ने बताया कि कानपुर सेंट्रल से बुधवार को भारत में अवैध रूप से रहने वाले 28 साल के बांग्लादेशी मो. राशिद अहमद सरदार को अरेस्ट किया है। जो कि पश्चिम बंगाल पंगास्खली दक्षिण – 24 परगना के पते पर अवैध रूप से आधार कार्ड बनवाया था। मौजूदा समय में वह कमरा नंबर-10 अफ्रीकी मंजिल दारुल उलूम देवबंद सहारनपुर उत्तर प्रदेश में रहता था। बांग्लादेश से उत्तर प्रदेश आने के बाद मो. राशिद ने देवबंद स्थित मदरसा दारुल उलुम में अपना नाम पता बदलकर दाखिला लिया था। पश्चिम बंगाल के पते पर बने फर्जी आधार कार्ड के सहारे शातिर 2016 से देवबंद में रहता था। पूछताछ के दौरान राशिद ने बताया कि पूर्व में अरेस्ट हुए बांग्लादेशी अभियुक्त शेख नजीबुल हक और अबु हुरैरा गाजी से मेरा संबंध था। उन्होंने ही मेरा फर्जी आधार कार्ड बनवाकर देवबंद में बसाया था। इसके बाद मोटी कमाई का लालच देकर अपने गैंग में शामिल कर लिया था। बांग्लादेशियों को भारत में बसाने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इंतजाम करने की जिम्मेदारी मुझे सौंपी गई थी। जिसके बदले मुझे पैसे मिलते थे। पूर्व में गिरफ्तार हुआ बांग्लादेशी अभियुक्त अदिलुर रहमान को भी आर्थिक मदद कर गैंग ने मुझसे ही फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बनवाए थे। पूछताछ के दौरान राशिद ने बड़े पैमाने पर बांग्लादेशियों के नाम बताए हैं। जो फर्जी दस्तावेजों के सहारे उत्तर प्रदेश के कई जिलो में बसाए गए हैं। इन सभी नाम पतों की यूपी एसटीएफ की टीम ने जांच शुरू कर दी है। जल्द ही उत्तर प्रदेश में रहने वाले अन्य बांग्लादेशियों को भी अरेस्ट करके जेल भेजा जाएगा। इसके साथ ही इन्हें बसाने का ठेका लेने वाले गिरोह से जुड़े भी अहम साक्ष्य मिले हैं। इसी आधार पर आगे की जांच की जा रही है। जल्द ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर चोरी-छिपे रहने वाले बांग्लादेशी और उनके गिरोह का खुलासा किया जाएगा। 

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