संवाददाता।
कानपुर। नगर की नौबस्ता पुलिस ने बंदर की हत्या करने के मामले में एक सिक्योरिटी गार्ड को अरेस्ट किया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बंदर के शरीर से एयरगन का छर्रा मिला है। इस मामले की पैरवी कर रहे सनातनी मठ-मंदिर समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने 6 दिन बाद रिपोर्ट दर्ज की। अब मुख्य आरोपी को थाने लाकर छोड़ भी दिया। नौबस्ता पुलिस ने बंदर की हत्या करने के मामले की जांच की तो सामने आया कि किदवई नगर वाई ब्लॉक में रहने वाले ठेकेदार व होटल संचालक सुरेंद्र सिंह चौहान 16 जनवरी को छत पर टहल रहे थे। इस दौरान छत पर बंदरों का झुंड आया तो सुरेंद्र के कहने पर उनके सिक्योरिटी गार्ड अखंड प्रताप सिंह और बेटे सोनी ने बंदर पर एयरगन से छर्रे चलाए। एक बंदर को छर्रा लगने के बाद वो गिर पड़ा। उसकी मौत हो गई। बंदर की हत्या का विरोध करने पर दबंग ठेकेदार, उनके बेटे और सिक्योरिटी गार्ड ने पड़ोसी अंजनी मिश्रा को जमकर पीट भी दिया था। मामले में नौबस्ता पुलिस ने 24 जनवरी को अंजनी की तहरीर पर सुरेंद्र, उनके बेटे सोनी और सिक्योरिटी गार्ड अखंड प्रताप सिंह के साथ दो अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। एसीपी नौबस्ता आशुतोष कुमार ने बताया कि बंदर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में एयरगन की बुलेट से मौत की पुष्टि हुई। नौबस्ता पुलिस ने मामले में एक आरोपी अखंड प्रताप सिंह को गुरुवार सुबह अरेस्ट कर लिया। एयरगन को भी कब्जे में लिया है। पुलिस का दावा है कि अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। सनातनी मठ मंदिर समन्वय समिति के पदाधिकारी गोपाल दीक्षित ने बताया कि आरोपी को बचाने के लिए एक सत्ताधारी एमएलसी पैरवी कर रहे हैं। आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद एमएलसी उनके घर से लेकर पुलिस अफसरों के यहां गए। विधायक के यहां पंचायत चल रही है। दबाव के चलते नौबस्ता पुलिस ने दबंग ठेकेदार और उसके बेटे को अरेस्ट नहीं किया है। अगर मुख्य आरोपियों की अरेस्टिंग नहीं हुई तो संगठन थाने से लेकर पुलिस कमिश्नर ऑफिस तक विरोध प्रदर्शन करेगा।