December 3, 2024

कानपुर। कतर से सैनिकों की रिहाई भारत की वैश्विक कूटनीति की जीत है। इस सम्पूर्ण प्रक्रिया में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस.जयशंकर एवं एन.एस.ए.अजीत  डोभाल की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। पूर्व की सरकारों द्वारा भारतीय सेना एवं जनता के साथ अन्याय किया गया। यह बात सोमवार को कतर से रिहा होने पर ओंकारेश्वर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के संरक्षक छात्रों को संबोधित करते हुए डॉ. अंगद सिंह ने कहा।

   उन्होंने कहा कि जिन भारतीय नौ सैनिकों को अगस्त 2022 में कतर में कथित जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था एवं पिछले वर्ष अक्टूबर में मौत की सजा सुनाई गई। उनकी रिहाई भारत की वैश्विक कूटनीति की जीत हुई है। पूर्व की सरकारों द्वारा भारतीय सेना एवं जनता के साथ अन्याय किया गया, वह अत्यन्त दुःखद था, इसे भुलाया नहीं जा सकता है। हम लोगों को जो इतिहास पढ़ रहे है, उसमें तत्कालीन सरकारों द्वारा अनेक विकृतिया सम्मिलित कर दी गई। हमारा मनोबल नष्ट करने के लिए, इस प्रकार के गौरव के क्षण झलक मात्र है। इसका संदेश सम्पूर्ण देश के कोने-कोने में पहुंचना चाहिए।

   भारत की राजनीतिक जीत के अवसर पर ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इण्टर कालेज जवाहर नगर में छात्र-छात्राओं ने अपना-अपना विचार रखा। भारत की केन्द्र सरकार ने आज आधिकारिक बयान देकर बताया कि दाहरा ग्लोबल कम्पनी के लिए काम करने वाले 8 भारतीय नागरिक की रिहाई का स्वागत करता है। जिन्हे कतर में हिरासत में लिया गया था, जिसमें से 7 नागरिक भारत लौटे, नागरिकों की रिहाई और घर वापसी को सक्षम करने के लिए कतर राजा के अमीर के फैसले की सराहना किया।

   इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कु.दिव्यांशी त्रिपाठी, कुमारी अंशिका, अंश प्रताप सिंह एवं अन्य छात्रों ने विचार रखा। मंच का संचालन कुमार शताज्ञी पांडेय ने किया। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य राम मिलन सिंह, डॉ.ममता तिवारी, उमा सक्सेना, प्रतिमा सिंह चौहान, निधि गुप्ता सहित अन्य छात्र उपस्थित रहे।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *