संवाददाता।
कानपुर। नगर में अब ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अपना इलाज करवाने के लिए कानपुर मेडिकल कॉलेज या किसी बड़े संस्थान में भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनके क्षेत्र में ही बने आरोग्य मंदिर में हर तरह का इलाज किया जाएगा। आरोग्य मंदिर में मौजूद सीएचओ मरीज की बात टेली मेडिसिन के माध्यम से विशेषज्ञ डॉक्टर से कराएंगे और उनकी परामर्श मरीजों को दिलाएंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक रंजन ने बताया, “कानपुर में कुल 291 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर थे। इसके अलावा 14 प्राइवेट केंद्र और थे। इन सभी का नाम बदलकर अब आरोग्य मंदिर रख दिया गया है। जनपद में इस समय कुल 305 वैलनेस सेंटर है। यहां पर एक एएनएम और एक सीएचओ की तैनाती की गई है।” आरोग्य मंदिर में मौजूद सीएचओ पहले तो मरीज को दवा देते हैं। अगर उन्हें लगता है कि मरीज की समस्या गंभीर है तो वह उस मर्ज के स्पेशलिस्ट डॉक्टर से परामर्श लेकर मरीज की ऑनलाइन मीटिंग कराते हैं। ऑनलाइन मीटिंग के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टर, मरीज की समस्या को सुनते हैं। इसके बाद उन्हें परामर्श देते हैं। इसका लाभ सीएचओ को भी मिल रहा है, क्योंकि उनको भी हर मर्ज के इलाज के बारे में अलग-अलग चीज जानने को मिल रही हैं। डॉ. आलोक रंजन ने बताया, “हर आरोग्य मंदिर में बेसिक ट्रीटमेंट मौजूद है। इसके अलावा हफ्ते में 6 दिन सीएचओ वहां पर खुद बैठेंगे, जब उनको यह लगेगा कि मरीज की समस्या ज्यादा है तो फिर उसे डॉक्टरों की सलाह का परामर्श देंगे। इसके अलावा मरीज को मिलने वाली हर दवा वहां पर मौजूद है। हर मरीज तक बेहतर सुविधा पहुंचे इसको लेकर और भी काम किए जा रहे हैं।” डॉ. आलोक रंजन के मुताबिक हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पिछले 3 सालों से चल रहा है, लेकिन इसका नाम पिछले तीन महीने पहले ही बदलकर आरोग्य मंदिर रखा गया है। दिसंबर महीने में यहां पर 32000 लोग टेली मेडिसिन के माध्यम से लाभान्वित हो चुके हैं।