संवाददाता।
कानपुर। नगर में बीते कई वर्षों से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे निकाय कर्मचारियों ने शनिवार को एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। कानपुर नगर निगम में पूरी तरह से कार्य बंदी कर दी गई है। कर्मचारी संघ के नेताओं ने नगर निगम के सभी विभागों में कार्य बंदी करा दी है। धरने पर बैठे कर्मचारियों ने मांगों को लेकर आवाज बुलंद की। अपने कार्यों को लेकर नगर निगम पहुंचे आमजन को वापस लौटना पड़ रहा है। मोतीझील स्थित नगर निगम मुख्यालय में ऑफिस पहुंचे अधिकारियों की गाड़ियों को भी मुख्यालय के अंदर नहीं आने दिया गया। कर्मचारियों ने गेट के बाहर ही गाड़ियों को रोक दिया। अधिकारियों को छोड़कर कोई भी कर्मचारी अपने विभाग में नहीं थे। मुख्यालय का गेट सुबह से ही बंद करा दिया गया है। संघ के जिलाध्यक्ष रमाकांत मिश्रा ने बताया कि उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ द्वारा निकाय कर्मचारियों की 13 सूत्रीय मांगों की पूर्ति के लिए कई बार आंदोलन, बैठक एवं ज्ञापन दिए। उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।10 नवंबर को प्रमुख सचिव नगर विकास की अध्यक्षता में बैठक की गई, किंतु अभी तक बैठक का न ही कार्यवृत्त जारी किया और न ही मांगों को लेकर कोई आदेश हुआ। 16 दिसंबर को प्रदेशव्यापी सांकेतिक कार्यबंदी में नगर निगम फिरोजाबाद की इकाई, जलकल कर्मचारी तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी इस आंदोलन में भागीदारी कर रहे हैं।