
नफरत की बाजार में मोहब्बत की दुकान लेकर आए हैं।




कानपुर। भारत जोडो न्याय यात्रा का नगर का लगभग 40 स्थानों पर स्वागत किया गया इस दौरान राहुल ने एक सभा को भी सम्बोधित किया। उन्होंने इस दौरान केन्द्रं पर काबिज सरकार की अग्निवीर योजना को युवाओं और सैनिकों के लिए धोखा देने वाली प्रक्रिया कहा। सभा को सम्बोधित करते हुए राहुल गांधी ने आगे कहा की इस योजना से युवाओं को सेना में शामिल होने का रास्ता भी मन्द कर दिया है। रोजगार के मामलों में भी केन्द्र की मोदी सरकार को कटघरे में खडा करने का प्रयास करते हुए उन्होंने कहा कि देश के युवा रोते और चिल्लाते हुए रोजगार मांग रहे हैं लेकिन उन्हेे बदले में लाठियों से इनाम दिया जा रहा है। नरेन्द्र मोदी चाहते हैं युवाओं को रोजगार न मिले तभी आप उनके गुलाम बनकर रहेंगे। राम मंदिर शुभारंभ व रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में दलित, पिछड़े नहीं जा सके। यही इनकी सामाजिक समरसता है। वहां अंबानी अदाणी, मोदी थे पर मजदूर, किसान व भूखे-नंगे और गरीब नहीं थे। कांग्रेस आएगी तो इन्हीं दलित-पिछड़ों व अल्पसंख्यकों यानी 90 प्रतिशत का राज हो जाएगा क्योंकि अल्पसंख्यक 15 प्रतिशत, आठ प्रतिशत आदिवासी हैं। करीब 90 प्रतिशत आबादी परेशान है। बड़ी कंपनियों में मालिक हैं जो उनमें दलित आदिवासी एक भी नहीं हैं। आपकी कोई भागीदारी कहीं दिखायी ही नहीं दे रही है। इसीलिए सबसे कहा है कि हिंदुस्तान की प्रगति के लिए सबसे बड़ा क्रांतिकारी कदम जातिगत जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण है। इससे सबका पैसा पता चलेगा। इससे पता चलेगा कि अदाणी, अंबानी टाटा व बिरला जैसे राज कर रहे हैं। नए हिंदुस्तान के राजा ये तीन प्रतिशत लोग हैं। बाकी पर पेपर लीक, जीएसटी लागू होती है। उन्होंने कहा, नफरत की बाजार में मोहब्बत की दुकान लेकर आए हैं। यह देश नफरत नहीं, भाईचारा, मोहब्बत एक-दूजे की मदद का है। नफरत करने का कारण लोगों से पूछा तो पता चला कि पिछड़े, दलित, आदिवासी हो तो कुछ भी कर लो न्याय नहीं मिलेगा। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से न्याय नहीं मिल सकता, नेता भी साथ नहीं देंगे, नफरत व गुस्से का यही कारण है।