संवाददाता।
कानपुर। नगर के एक अस्पताल में महिला के दो जुड़वाँ बच्चे हुए, पैदा होने के बाद डॉक्टरों ने महिला को गोद में एक बच्ची ही थमाई। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और पुलिस बुला ली। फतेहपुर के कलील नगर निवासी किसान अनुराग सचान की पत्नी सोनी सचान 9 माह की गर्भवती थी। परिवार में दो बेटी अनन्या (10 वर्ष) और काव्या (6 वर्ष) है। सोनी तीसरी बार गर्भवती हुई तो अनुराग ने उसका अल्ट्रासाउंड कराया, जिसमें डॉक्टरों ने दो बच्चे होने की पुष्टि की।जब सोनी के पेट में आठ माह का बच्चा हुआ तो वह कानपुर देहात अकबरपुर निवासी अपनी मौसी मंजू के घर सोनी को ले आया। 2 अगस्त को सोनी को दर्द हुआ तो पहले उसे अकबरपुर स्थित एक निजी अस्पताल ले गए, जहां से उसे कल्याणपुर स्थित कल्याणपुर आवास विकास स्थित निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। यहां पर परिजनों का दावा है कि सोनी ने दो बच्चों को जन्म दिया मगर डॉक्टर ने एक ही बच्ची गोद में दी। सोनी सचान ने दावा किया कि जब अल्ट्रासाउंड कराने गए थे तो वहां के डॉक्टर ने रिपोर्ट में दोनों बच्चों का अलग-अलग वजन और पल्स का जिक्र किया है। यहां पर जब भर्ती हुए थे तब भी ऑपरेशन थिएटर के अंदर दो बच्चों के रोने की आवाज आ रही थी, लेकिन जब ऑपरेशन से बाहर आए तो एक बच्ची को गोद में दिया, जब दूसरे के बारे में पूछा तो सब डॉक्टर टालमटोल करने लगे। अनुराग सचान ने बताया कि कल्याणपुर के अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है। डॉक्टर ने ही दूसरे बच्चे को गायब कर दिया है, जब अस्पताल के मालिक से बात करने की कोशिश की तो वहां मौजूद किसी भी डॉक्टर ने उनसे मिलने नहीं दिया।