December 28, 2025

संवाददाता

कानपुर। बिहार के सीएम नीतीश कुमार के महिला का नकाब हटाने व यूपी के मंत्री संजय निषाद की ओर से दिए गए बयान के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यालय तिलक हॉल से बड़ा चौराहा पुतला फूंकने जा रहे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई।
कार्यकर्ताओ के नीतीश कुमार का पुतला दहन करने से ठीक पहले पुलिस ने पुतला छीन लिया। पुतला छीने जाते ही एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की पुलिस से भिड़ंत हो गई। कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की।
एनएसयूआई के सौरभ ने बताया कि हम सभी शांतिपूर्ण तरीके से तिलक हाल से बड़े चौराहे की ओर जा रहे थे। तभी कोतवाली चौराहे पर पुलिस ने हमसे पुतला छीन लिया। 

सौरभ ने कहा की किसी महिला के पहनावे और धार्मिक पहचान पर हाथ डालना न केवल घोर असंवैधानिक है, बल्कि यह महिलाओं की गरिमा पर सीधा हमला है।
सत्ता में बैठे जनप्रतिनिधियों द्वारा ऐसे कृत्यों का बचाव या समर्थन लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है। एनएसयूआई ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि महिला सम्मान से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच एवं कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर सचिन चंद्रा, सहेया अंसारी, आकर्षण यादव, हर्ष सोनकर,हेमंत विद्यार्थी,शिवम् यादव,आरव सोनकर,अब्दुल राज़िक उपस्थित रहे।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन नेताओं ने आरोप लगाया कि इस जघन्य अपराध में दोषियों को संरक्षण दिया जा रहा है, जिससे न्याय में देरी हो रही है। संगठन ने दोषियों को कठोरतम सजा दिलाने, पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने और मामले की फास्ट ट्रैक सुनवाई की मांग की। 

छात्र नेता सचिन चंद्रा ने कहा कि जब तक नुसरत परवीन को इंसाफ नहीं मिलेगा, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन का आंदोलन जारी रहेगा। 

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