December 7, 2025

संवाददाता
कानपुर।
बिसाती बाजार में बुधवार शाम हुए विस्फोट का कोई आतंकी कनेक्शन नहीं मिला है। पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने बताया कि घटना में किसी आतंकी संगठन का हाथ होने का प्रमाण नहीं मिला। यह पूरी तरह से अवैध पटाखों से जुड़ी घटना है।
इस मामले में एसीपी कोतवाली, थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। उधर, विस्फोट का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसमें दिख रहा कि धमाका स्कूटी से नहीं, बल्कि दुकान के बाहर रखे गत्ते में हुआ।
धमाके की सूचना के बाद यूपी डीजीपी ऑफिस और गृह विभाग दोनों सक्रिय हो गए थे। एटीएस और मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीमों ने मौके पर पहुंचकर इनपुट जुटाए। पटाखों से विस्फोट की बात सामने आने के बाद पुलिस कमिश्नर ने देर रात सर्च ऑपरेशन भी चलाया।
पुलिस ने सर्चिंग के दौरान अवैध पटाखों के साथ 12 लोगों को अरेस्ट किया। विस्फोट में कुल 8 लोग घायल हुए थे। इनमें चार को लखनऊ रेफर किया गया, जबकि दो घायलों का कानपुर में ही इलाज चल रहा। दो लोगों को फर्स्ट एड के बाद घर भेज दिया गया था।
पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि यह मामला अवैध पटाखों के भंडारण से संबंधित है। जिस दुकान के सामने विस्फोट हुआ, उसके पास भी पर्याप्त मात्रा में पटाखे बरामद किए गए हैं। लगभग 25 मीटर की दूरी पर एक गोदाम मिला है, जिसमें अत्यधिक मात्रा में विस्फोटक पदार्थ पाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान लापरवाही पाए जाने पर मूलगंज थाना प्रभारी विक्रम सिंह, चौकी प्रभारी रोहित तोमर, कॉन्स्टेबल चेतन कुमार, अमित कुमार, ब्रह्मानंद और हेड कॉन्स्टेबल इमामुल हक को सस्पेंड किया गया है। कोतवाली क्षेत्र के एसीपी आशुतोष कुमार को भी हटा दिया गया है।
बिना लाइसेंस पटाखे रखने वालों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है। अब तक घटना में 12 व्यक्तियों की पहचान करके आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। दो स्कूटी घटनास्थल से बरामद की गई हैं, जिनमें से एक स्कूटी सवार को गंभीर अवस्था में लखनऊ रेफर किया गया है, जबकि दूसरी स्कूटी चोरी की है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रसारित इस घटना को मस्जिद के पास तथा खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स जैसी गतिविधियों से जोड़ने वाले सभी दावे पूर्णतः असत्य और भ्रामक हैं। यह एक स्थानीय स्तर की दुर्घटना है, जो अवैध रूप से पटाखे रखने एवं भंडारण से उत्पन्न हुई है।
दरअसल, मूलगंज के बिसाती बाजार में बुधवार को हुए ब्लास्ट के बाद यह कहा गया कि स्कूटी में ब्लास्ट हुआ है। यह सूचना आने के बाद डीजीपी ऑफिस के साथ ही गृह विभाग ने भी मामले का संज्ञान लिया। ब्लास्ट की सूचना के बाद एटीएस और मिलिट्री इंटेलिजेंस के अलावा अन्य जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गईं।
जांच एजेंसियों ने सबूत जुटाए। हालांकि, जांच टीम ने देर रात सीसीटीवी चेक किया तो यह स्पष्ट हुआ कि दुकान के बाहर रखे एक गत्ते में अचानक तेज चिंगारी निकली और फिर तेज धमाका हुआ। जांच में सामने आया कि दुकान के बाहर गत्तों में पटाखे बेचे जा रहे थे। उसी में ब्लास्ट हुआ।
पुलिस के अनुसार, दिवाली के पहले बिसाती बाजार पटाखों का बड़ा बाजार बन जाता है। यहां की दुकानों में अवैध ढंग से बड़ी मात्रा में पटाखों को स्टोर किया जाता है। धमाके की वजह पता चलने के बाद पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने सर्च एंड सीजर ऑपरेशन चलाकर दुकानों की तलाशी करवाई।
कई दुकानों के ताले भी तोड़े गए। करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई के बाद पुलिस को कई दुकानों में सामान के नीचे छिपाकर रखे गए पटाखे मिले। देर रात करीब 2 बजे तक सर्च अभियान चला। दुकानों में भारी मात्रा में स्टोर किए गए पटाखे मिले। पुलिस ने 12 लोगों को अरेस्ट किया।
एडिशनल सीपी आशुतोष कुमार ने बताया कि पहले तो हम लोगों को लग रहा था कि स्कूटी में बम प्लांट किया गया है, लेकिन जांच के बाद धीरे-धीरे तस्वीर साफ हो गई। एटीएस, मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत अन्य जांच एजेंसियां भी मौके पर पहुंचीं। फोरेंसिक टीम को जांच के दौरान लो एक्सप्लोसिव मिला है।
यह पटाखों का विस्फोट है,  जांच के दौरान हाई एक्सप्लोसिव नहीँ मिला है। जांच के दौरान पुलिस को इनपुट मिला कि बिसाती बाजार में अवैध पटाखों की मंडी डेवलप हो गई है। यहां दीपावली में हर दुकानदार अवैध रूप से पटाखों का कारोबार करता है।