
संवाददाता
कानपुर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर में इंटर आईआईटी सांस्कृतिक महोत्सव का भव्य उद्घाटन समारोह के साथ औपचारिक शुभारंभ हुआ। यह महोत्सव आईआईटी समुदाय के बीच कला, अभिव्यक्ति और सांस्कृतिक एकता के उत्सव का प्रतिक है। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुई, जिसने राष्ट्रीय स्तर के इस सांस्कृतिक महोत्सव का मंगलमय आरंभ किया और आने वाले दिनों में होने वाले कलात्मक उत्सवों के लिए आशीर्वाद की कामना की।
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका पद्मश्री डॉ. सोमा घोष, विशिष्ट अतिथि प्रो. मनीन्द्र अग्रवाल – निदेशक, आईआईटी कानपुर, प्रो. ब्रज भूषण – उपनिदेशक, आईआईटी कानपुर, प्रो. प्रतीक सेन – डीन, छात्र कार्य, आईआईटी कानपुर तथा प्रो. सागर चक्रवर्ती – अध्यक्ष, सीएमएसी, आईआईटी कानपुर उपस्थित रहे। अपने संबोधनों के माध्यम से वक्ताओं ने समग्र व्यक्तित्व वाले नेतृत्व के निर्माण में सांस्कृतिक मंचों की भूमिका तथा छात्रों में संवेदनशीलता, रचनात्मकता और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित करने में उनके महत्व को रेखांकित किया।
अपने संबोधन में डॉ. घोष ने भारत की समृद्ध कलात्मक विरासत के संरक्षण में संस्थानों की जिम्मेदारी पर प्रकाश डाला, साथ ही भावी पीढ़ियों को नवाचार के लिए प्रेरित करने और निडर होकर स्वयं को अभिव्यक्त करने के महत्व को रेखांकित किया।
समारोह में कृतिका सिंह एवं प्रियांका के मनमोहक कथक नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें लय, कथावाचन और कलात्मक निपुणता का सुंदर प्रदर्शन देखने को मिला। उद्घाटन समारोह का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें आयोजकों, स्वयंसेवकों तथा सहभागी दलों के योगदान की सराहना की गई।
इस औपचारिक शुभारंभ के साथ इंटर आईआईटी सांस्कृतिक महोत्सव 8.0 आधिकारिक रूप से आरंभ हो गया। आने वाले दिनों में देश भर के विभिन्न आईआईटी से आए छात्र संगीत, नृत्य, नाटक, साहित्य और ललित कलाओं से जुड़ी विविध प्रतियोगिताओं, कार्यशालाओं और प्रस्तुतियों में भाग लेंगे, जहाँ रचनात्मकता, सौहार्द और आईआईटी समुदाय की साझा सांस्कृतिक भावना का उत्सव मनाया जाएगा।






