
संवाददाता
कानपुर। सावन माह के पहले सोमवार को भक्त शिव मंदिरों में उमड़ पड़े । भक्तों की लंबी कतारें मंदिरो के बाहर रविवार की देर रात से लग गई थी। शिव भक्त हर हर बम – बम, बोल बम – बम के उद्घोष करते हुए मंदिर दर्शन करने पहुंचे।
शहर के श्री आनंदेश्वर परमट स्थित प्राचीन मंदिर में आधा किलोमीटर लंबी लाइन देर रात 12 बजे ही लग गई थी। दर्शन के लिए मंदिर के पट रात 2 बजे की आरती के बाद खोल दिए गए । रात में ही हजारों भक्तों की भीड़ मंदिर पहुंच गई। इसके बाद सुबह होने तक मंदिर प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार तकरीबन एक लाख भक्तों ने दर्शन प्राप्त कर लिए थे।
मंदिर प्रशासन की माने तो सावन के पहले सोमवार 3 से 4 लाख भक्त दर्शन करने पहुंचेंगे। आनंदेश्वर व्यापारी समिति के द्वारा 250 से ज्यादा वॉलिंटियर मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए हैं। इसके साथ ही पुलिस प्रशासन की भी मुस्तैदी दिखाई दे रही है। 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे मंदिर परिसर से लेकर रास्तों तक लगे हुए हैं।
मंदिर प्रशासन की तरफ से 100 से अधिक महिला और पुरुष वॉलिंटियर लगाए गए है । वॉलिंटियर मंदिर में दर्शन करने आने वाले भक्तों की लाइनों को व्यवस्थित करने और उन्हें मंदिर में प्रवेश कराने के लिए लगाए गए है। मंदिर प्रशासन के द्वारा सीसीटीवी कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। मंदिर परिसर में जगह-जगह लगे सीसीटीवी के जरिये वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से कंट्रोल रूम से निगरानी भी रखी जा रही है।
कानपुर में सावन मास के दौरान शिव मंदिरों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शहर के कुल 257 शिव मंदिरों में से प्रमुख मंदिरों पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
आनंदेश्वर, बनखंडेश्वर और सिद्धनाथ जैसे बड़े मंदिरों पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। इसके लिए सीसीटीवी कैमरे और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का उपयोग किया जा रहा है। संवेदनशील स्थलों पर ड्रोन कैमरों से भी नजर रखी जा रही है।
पूर्वी जोन में 76 शिव मंदिर हैं। यहां सिद्धनाथ मंदिर जाजमऊ, नंदेश्वर बाबा मंदिर हाथीगांव और सरसैया घाट के शिव मंदिर प्रमुख हैं। इन मंदिरों की सुरक्षा के लिए 4 निरीक्षक, 14 उप-निरीक्षक, 35 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल तैनात किए गए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था में महिला पुलिस, क्विक रेस्पांस टीम और फायर टेंडर भी शामिल हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए बैरियर, क्रेन और मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। यातायात व्यवस्था के लिए अलग से पुलिस बल तैनात किया गया है।
श्रावण मास के चारों सोमवार और शिवरात्रि पर विशेष सुरक्षा इंतजाम रहेंगे। कांवड़ यात्रियों के प्रमुख मार्गों पर भी निगरानी रखी जाएगी। पूर्वी जोन में डेढ़ प्लाटून पीएसी और एक सेक्शन फ्लड पीएसी भी तैनात की गई है।
शहर के पश्चिम जोन में शिव मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था
शहर के पश्चिम जोन में कुल 46 शिव मंदिर हैं। इनमें महाकालेश्वर मंदिर, ब्रह्मावर्त मंदिर और बनखंडेश्वर मंदिर बिठूर प्रमुख हैं। भूतेश्वर मंदिर रावतपुर और खेरेश्वर मंदिर शिवराजपुर सहित अन्य मंदिरों की सुरक्षा के लिए 3 निरीक्षक और 15 उपनिरीक्षक तैनात किए गए हैं।
इसके अलावा एक महिला उपनिरीक्षक, 33 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल, 10 महिला कांस्टेबल की ड्यूटी लगाई गई है। डेढ़ प्लाटून पीएसी, एक सेक्शन फ्लड पीएसी और 2 फायर टेंडर भी तैनात किए गए हैं।
सेंट्रल जोन में 63 शिव मंदिर हैं। इनमें आनंदेश्वर मंदिर परमट ग्वालटोली, जागेश्वर मंदिर नवाबगंज और सिद्धेश्वर मंदिर रामबाग बजरिया प्रमुख हैं। शिव मंदिर तकिया पार्क चमनगंज, बनखंडेश्वर मंदिर गांधीनगर सीसामऊ और ओंकारेश्वर मंदिर सीसामऊ की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
यहां 10 निरीक्षक, 40 उपनिरीक्षक और 6 महिला उपनिरीक्षक तैनात हैं। साथ ही 120 हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल, 40 महिला कांस्टेबल की ड्यूटी लगाई गई है। एक कंपनी पीएसी, 29 स्टीमर जल पुलिस और एक सेक्शन फ्लड पीएसी भी तैनात है। यातायात व्यवस्था के लिए 10 उपनिरीक्षक और 40 कर्मचारी लगाए गए हैं। सुरक्षा के लिए 4 डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर और 4 मेटल डिटेक्टर भी लगाए गए हैं।






