संवाददाता
कानपुर। एक लंबे अरसे के बाद नवंबर महीने में ही सर्द रातों के साथ दिन का पारा भी गिरने लगा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार बीती कई रातों से न्यूनतम पारा लगातार गिर रहा है। जिसके चलते पिछली रात इस सीजन की सबसे सर्द रात के रूप में रिकॉर्ड की गई।
मौसम विशेषज्ञ भी नवंबर के महीने में रात का पारा इतना नीचे जाने पर आश्चर्य जता रहे हैं। उनका मानना है कि कानपुर में करीब 50 साल का रिकॉर्ड टूटा है जब रात का पारा इतने न्यूनतम स्तर तक पहुंच गया हो। आने वाले दिनों में और ज्यादा पारा गिरने का अनुमान जाहिर किया गया है। मौसम में बदलाव की बयार देखी जा रही है वहीं, सुबह के समय भी धुंध का गहरा प्रभाव देखा जा रहा है। वातावरण में नमी का प्रतिशत ज्यादा होने की वजह प्रदूषण की चादर ज्यादा गहराती जा रही है जिसकी वजह से आसमान में धुंध का ज्यादा असर देखा जा रहा है ।मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि आसमान साफ रहने से रात में ओस गिरती है, जिसकी वजह से प्रदूषण, धूल के कण उपर नहीं जा पाते, जिसके चलते दिन में भी धुंध का असर साफ़ तौर पर दिखाई पड़ रहा है।





