December 8, 2025

संवाददाता
कानपुर।
  हैलट अस्पताल ने आग से झुलसे गंभीर मरीजों की सुविधा के लिए एक अहम कदम उठाते हुए अस्थाई रूप से बर्न वार्ड की शुरुआत कर दी है। इमरजेंसी विभाग में बनाए गए इस वार्ड में फिलहाल 11 बेड की व्यवस्था की गई है। यह पहल ऐसे समय में की गई है जब आग से झुलसने के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है, और मरीजों को समय पर इलाज न मिलने के कारण उनकी स्थिति और गंभीर हो जाती है।
कानपुर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने जानकारी देते हुए बताया कि अब ऐसे मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर नहीं करना पड़ेगा। इस अस्थाई बर्न यूनिट के जरिए हम तत्काल उपचार की सुविधा दे पाएंगे। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम तैनात की जा चुकी है, जो 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
हैलट अस्पताल कानपुर के अलावा बुंदेलखंड और मध्य यूपी के करीब 18 जिलों से आने वाले मरीजों का प्रमुख केंद्र है। ऐसे में जलने से पीड़ित गंभीर मरीजों के लिए यहां बर्न वार्ड की सुविधा लंबे समय से जरूरी मानी जा रही थी।
कई बार हादसों में झुलसे मरीजों को लखनऊ या अन्य बड़े शहरों में रेफर करना पड़ता था, जिससे इलाज में देरी होती थी और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता था।
डॉ. काला ने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने अब ये तय किया है कि झुलसने वाले किसी भी मरीज को तत्काल प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके तहत ड्रेसिंग, एंटीबायोटिक प्रबंधन, फ्लूइड थेरेपी और जरूरत पड़ने पर ऑपरेशन की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, घरेलू दुर्घटनाएं, रसोई गैस से आग लगना, करंट लगने से झुलसना, फैक्ट्रियों में दुर्घटनाएं जैसे मामलों में हर महीने दर्जनों मरीज अस्पताल पहुंचते हैं। इन मरीजों के लिए अब हैलट में एक ऐसी यूनिट उपलब्ध होगी, जहां उन्हें समय पर इलाज मिल सकेगा।
अस्पताल प्रशासन ने यह भी बताया कि भविष्य में इस बर्न यूनिट को स्थायी रूप देने की योजना है। फिलहाल यह पहल मरीजों को तात्कालिक राहत देने के लिए शुरू की गई है।
अब परिजनों को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए दूसरे शहर नहीं भागना पड़ेगा। एक जगह पर विशेषज्ञों की देखरेख में इलाज मिलने से न सिर्फ जान बचाई जा सकेगी, बल्कि इलाज का खर्च भी कम आएगा। इससे मरीजों और परिजनों दोनों को राहत मिलेगी।