संवाददाता।
अयोध्या। गणपति पूजन के साथ रामलला गर्भगृह में विराज गए हैं। अनुष्ठान की सिद्धि के बाद उन्हें गर्भ गृह में स्थापित किया गया। इस दौरान यजमान अनिल मिश्रा उनकी पत्नी उषा मिश्रा भाव विभोर हो उठी। आज से हवन का कार्यक्रम निरंतर जारी रहेगा। रामलला को कमल दल पर प्रतिस्थापित किया गया। स्थापित करने के पहले कई तरह के पूजा पाठ हुए। इधर केंद्र सरकार ने प्राण प्रतिष्ठा के दिन अपने कार्यालयों और बैंकों में आधे दिन की छुट्टी घोषित की है। मंदिर समिति से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि आज अरणी मंथन से प्रकट होगी अग्नि। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर डाक टिकट भी जारी किया है। राजा जनक, सुग्रीव और परशुराम पर भी डाक टिकट जारी किया गया है। इससे युवाओं को श्रीराम के चरित्र के संबंध में जानने की उत्सुकता बढ़ेगी। अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा का गवाह बनने को आतुर है। हर कोई भक्ति भाव से विभोर होकर जय श्रीराम के नारे का उद्घघोष कर रहा है। अयोध्या की गलियां, हर घर राम पताका से पट चुकी है। रात में अयोध्या को देखने पर बिल्कुल नया नजारा देखने को मिलता है। मिथिला के लोग भी अपने पाहुन के सम्मान में उपहार लेकर लगातार आ रहे हैं। इन श्रद्धालुओं के मुख से श्रीराम का भजन ही निकल रहा है। उपहार लाने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई लोग ऐसे भी हैं जो सैकड़ो किलोमीटर पैदल चलकर यहां पहुंचे हैं। कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने दौड़कर रामनगरी पहुंचने का रिकॉर्ड बनाया है। कई लोग साइकिलों के जत्थे में भी पहुंच चुके हैं। विशाल पर्दे पर रामायण देखने की होड़ लगी है। 3 लाख वर्ग फीट का पंडाल बना है। जहां 9000 कुर्सी कहां लगाई जाएगी। 60 चार्टर्ड प्लेन को अयोध्या स्थित महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत दी गई है। इनमें कई पूर्व क्रिकेटर, कई नेता और कई अभिनेता शामिल है। राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने विशिष्ट अतिथियों के स्वागत के लिए कार्यकर्ताओं को लगाया है। इस बीच महाकाल मंदिर से अयोध्या के लिए 5 लाख लड्डू भेजे गये हैं। दशरथ दीप को जलाने के लिए जनकपुर से तेल पहुंच गया है। यह दीप आकर्षण का केंद्र है। राम मंदिर उद्घाटन के पूर्व बांग्लादेश की सीमा पर भी अक्षत बांटा गया है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान कचरा प्रबंधन की जिम्मेदारी भोपाल के द कबाड़ी वाला को दी गई है। कचरा प्रबंधन में यह संस्था भोपाल सर्वश्रेष्ठ रही है। जानकारी मिली है कि प्रधानमंत्री पूरे नेम निष्ठा के साथ प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी में जुटे हुए हैं। वे जमीन पर अभी सो रहे हैं। उनका भोजन बंद है। प्राण प्रतिष्ठा तक वह फलाहार पर ही रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का नेतृत्व कर रहे पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने कहा कि तय मुहूर्त में संजीवनी योग व मंगल लगने से इसे सर्वे मंगलकारी बताया है। इधर जानकारी मिली है कि हैदराबाद में राम भक्तों ने 1265 किलोग्राम का लड्डू तैयार किया है। इस लड्डु में पिस्ता, बादाम, काजू और चांदी के वर्क का भरपूर इस्तेमाल किया गया है। पूरे देश में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी परवान पर है। युद्ध स्तर पर गांव और शहरों में मंदिरों की साफ सफाई की जा रही है। हर घर की छत पर राम पताका लहरा रही है। इन दृश्यों के देखने से ऐसा लगता है कि सचमुच 22 जनवरी को भये प्रकट कृपाला दीन दयाला का उत्सव हर्षोल्लास व उमंग के बीच संपन्न होगा।