संवाददाता।
अयोध्या। मंदिर में प्रतिष्ठित होने लिए, रामलला पहुंच गए हैं। उन्हें पालकी पर बिठाकर नए मंदिर का परिभ्रमण कराया गया। मुहूर्त के अनुसार रामलला को सरयू तट पर भी ले जाया गया वहां भी विधिवत पूजन किया गया। यजमान डॉक्टर अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी कलश लेकर पांच सुहागिनों के साथ मौजूद थीं। रामलला के आसन को भी अभिमंत्रित किया गया। तैयारी लगभग पूरी हो गई है। भक्तों का आना प्रारंभ हो गया है। आज से मंदिर में राम ज्योति भी जलेगी। पद्म विभूषण जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि विग्रह की प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का मुहूर्त महत्वपूर्ण है। उस समय कलयुग पर त्रेता की छाया पड़ रही है। उन्होंने मीडिया वालों को कहा कि जिस समय राम आ रहे हैं, वह शुभ समय है। इधर, एक विशेष साक्षात्कार के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अयोध्या विश्व का सबसे बड़ा धर्मस्थल होगा। यहां छह करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला जाएगा। उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी की दर मात्र 2.4 है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो विजन है, वही विजन हमारा है। प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण सरयू मैया को भी दिया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि गर्भ गृह में लगातार पूजा जारी है। हर विधि-विधान को बड़ी बारीकी से पूरा किया जा रहा है। इस बीच अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। उधर, अयोध्या के कार्यक्रम में शामिल होने का आमंत्रण मिलने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शरद पवार ने आभार जताया है। मंदिर निर्माण कमेटी के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने कहा है कि श्रीराम को राजनीति से नहीं जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम है। उनकी नजर में सब बराबर है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोकिलकंठी लता मंगेशकर को याद करते हुए कहा कि यदि आज वह हम सब के बीच होतीं तो उनका अद्भुत कार्यक्रम सुनने को मिलता। समारोह में उनकी कमी का खलेगी। इस बीच मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता व बेंगलुरु से भी हवाई सेवा शुरू कर दी गई है। इससे श्रद्धालुओं को आने-जाने में कोई परेशानी नहीं होगी।