संवाददाता।
अयोध्या। अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का प्रस्तावित कार्यक्रम अब अंतिम चरण में हैं। श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के पुरोधा लाल कृष्ण आडवाणी और संघ के प्रमुख मोहन भागवत को भी समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया है। काशी से भी अयोध्या का रिश्ता पुराना रहा है। काशी से डोम राजा अनिल चौधरी और उनकी पत्नी सपना चौधरी भी समारोह में शामिल होंगे।पाकिस्तान में भी हिंदुओं का उत्साह चरम पर है। इन्हे ऐसा लगता है की सचमुच श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद सनातन धर्म का डंका पूरे विश्व में बजेगा। अब तक जिन देशों में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, उसमें भी कमी आयेगी। दुनिया के लगभग 100 देशों में राम उत्सव मनाने की तैयारी चल रही है। विश्व हिंदू परिषद ने 60 देशों में इसका आयोजन करने का बीड़ा उठाया है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सुबह 11 बजे से प्रारंभ हो जायेगा। दुनिया के हर देश के लोग लाइव प्रसारण देखकर ही उत्साह मना पायेंगे क्योंकि सुरक्षा व्यवस्था के कारण सभी लोगों को 22 जनवरी को राम लला का सीधा दर्शन नहीं हो पाएगा। इस अनुष्ठान का पूरा आयोजन मंदिर के दूसरे तल पर होगा। गर्भ गृह में प्रधानमंत्री उत्तरी प्रवेश द्वार से प्रवेश करेंगे। देश के धार्मिक विद्वानों ने प्राण प्रतिष्ठा की बेहतर रूप रेखा तैयार कर रखी है। अनुष्ठान के दौरान क्या-क्या किया जाएगा, इसकी भी पूरी तैयारी कर ली गई है। उस बीच भाजपा ने राजनीति लाभ उठाने की रूप रेखा तैयार कर रखी है। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र से दस हजार लोगों को 26 जनवरी से 25 मार्च के बीच राम लला का दर्शन कराया जायेगा। निश्चित तौर पर भाजपा को इससे चुनावी लाभ मिलेगा। जानकारी मिली है कि बिहार के पूर्णिया जिले ने मखाना उत्पादन में पूरे देश में अपनी अलग पहचान बना रखी है। राम लला को भोग लागने के लिए पूर्णिया से मखाना भी मंगाया गया है। कई राष्ट्रीय और देशी कंपनियां रामोत्सव को इवेंट के रूप में बदल कर कार्यक्रम आमजन के बीच पेश कर रही है। कोई रामायण बांट रहा आए तो कोई हनुमान चालीसा। साधु- संतों का जत्था भी अलग-अलग जगहों पर माहौल बनाने में जुटा है। गांव में जो भजन कीर्तन की प्राचीन परंपरा हो बंद हो गई थी, उसकी शुरुआत फिर से हो गई है। गांव के चौपालों में भी राम आएंगे… राम आएंगे… राम आएंगे… की गूंज सुनाई दे रही है।