संवाददाता।
कानपुर। नगर में हुई यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ( वीडीओ ) की परीक्षा में पकड़े गए सॉल्वर को पुलिस की हीलाहवाली से जमानत मिल गई। पुलिस ने सॉल्वर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन सबूत और गवाह नहीं जुटाए। जिसका फायदा उठाकर उसके अधिवक्ता ने दलील दी और उसको जमानत दे दी गई। नगर में 26 मई को वीडीओ की परीक्षा थी। गोविंद नगर स्थित एक केंद्र से पुलिस ने राहुल कुमार को गिरफ्तार किया था। वह अभ्यर्थी अशोक कुमार की जगह परीक्षा दे रहा था। पुलिस ने गोविंद नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कर उसको जेल भेज दिया। राहुल की ओर से पूर्व संयुक्त मंत्री मयूर सैनी ने जमानत प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। जिसमें अपर जिला जज 12 की अदालत में सुनवाई हुई। अधिवक्ता मयूर ने दलील दी कि जहां से उनके मुवक्किल को गिरफ्तार किया गया। वहां पर सैकड़ों अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे थे। सैकड़ों लोग केंद्र के बाहर मौजूद थे, लेकिन पुलिस ने कोई भी स्वतंत्र गवाह नहीं बनाया। इसके साथ ही केंद्र ने सीसीटीवी कैमरे भी लगे थे, लेकिन पुलिस उसका कोई भी फुटेज दाखिल नहीं किया। उनके मुवक्किल के पास से पुलिस ने कोई बरामदगी भी नहीं दिखाई है। इस वजह से वह जमानत पाने का हकदार है। अभियोजन पक्ष कोई जवाब नहीं दे पाए। अदालत ने बचाव पक्ष की दलील से संतुष्ट होकर आरोपी की जमानत मंजूर कर ली।