संवाददाता।
कानपुर। आमजन को प्रेम और भाईचारे में पिरोने का जहां केंद्र और प्रदेश सरकार अथक प्रयास कर रही है, वहीं कुछ राष्ट्र और समाज विरोधी शक्तियां है जो राष्ट्र को बांटने पर उतारू है। पिछले दिनों मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला सह संयोजक शोएब ने बताया था कि पटकापुर क्षेत्र में उनके घर के सामने नूर मस्जिद है। जिसके इमाम इज़हार मुकर्रम मस्जिद में यूसीसी का विरोध करने के लिए कह रहे थे और यह भी कहा था कि मुस्लिम लड़की हिंदू लड़की से दोस्ती न करे और हिंदू दुकान से मुश्लिम भाई सामान न खरीदें। हमे भारतीय कानून को नहीं मानना है। जिस पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला सह सयोजक ने मस्जिद के इमाम का विरोध किया था कि आप ये बयांन मस्जिद में न करें, अगर आपको ये सब करना है तो मस्जिद के बाहर कहीं भी जाओ। मगर मस्जिद में ये नहीं होगा इसके बाद इमाम ने साजिश रच के क्षेत्र के लोगों को भड़का कर मस्जिद में ईशा की नमाज के बाद शोएब के साथ कुछ लोगों ने घूंसे लात और जूते के साथ मारपीट करी गयी और उसका मोबाइल भी छीन लिया गया था। उन मारपीट करने वाले लोगो मे मुफ़्ती इज़हार मुकर्रम, कारी मोईद चौधरी, अमजेद चश्मे वाला, रिज़वान मालिक, असलम बेल्ट वाला, बिलाल बेल्डिंग वाला, उबैद बिजली वाला, असलम (खजांची) चप्पल वाला पुत्र मरुहम इक़बाल, बबलू (अमजेद का भाई), रियाज़ व 5 से 6 अज्ञात लोग थे। एक अधिवक्ता के साथ ये प्रकरण होने के बाद अधिवक्ता समाज शोएब के साथ खड़ा है। इसके बाद शोएब ने कोतवाली में मारपीट करने वाले अराजकतत्वों के ख़िलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। शोएब ने बताया कि इसके पश्चात 15 जुलाई को दो अज्ञात लोगों ने शोएब को सेंट मीरा स्कूल के पास रोककर इस एफआईआर को वापस लेने की धमकी दी। और फिर इसके अगले दिन सुबह लगभग 11:30 बजे मुफ़्ती इजहार मुकर्रम के द्वारा भेजे गए कुछ लोगो ने शोएब के घर पहुँचकर एफआईआर वापस लेने के लिए दबाव बनाया। और फिर उसी रात लगभग 10:30 बजे नूर मस्जिद से कुछ दूरी पे मुफ़्ती इजहार मुकर्रम व एफआईआर में जिन लोगो के नाम पंजीकृत थे उन लोगो ने शोएब को एफआईआर वापस न लेने पर गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी और कहा की तुम्हारी सारी वकालत यहीं पर खत्म कर देंगे और ये तो सिर्फ एक मुकदमा है मेरा ऐसे मुकदमो से कुछ नही होगा। और ये सब हम लोग बहुत पहले से कर रहे है इससे पहले भी हमने मस्जिद में सयंत्र रचकर 150 से 200 लोग बुलवाकर बहुत बवाल करवाया है। पुलिस मेरा कुछ नही उखाड़ पाएगी, और फिर हम लोग तुझे तेरी औकात दिखाएंगे। मैं मौलाना हूँ मुझे लोगो को अच्छे से भड़काना आता है। अधिवक्ता शोएब ने बताया कि भविष्य में अगर मेरे साथ कुछ भी ऊंचा नीचा होता है तो उसका जिम्मेदार मौलाना इजहार मुकर्रम होगा।
शोएब के द्वारा बतायी गयी बातो से ऐसा प्रतीत होता है कि मौलाना लोगो को भड़काने में माहिर है। ये समाज मे लोगो को गलत संदेश देकर उनकी मानसिकता भ्रमित करते हुए गलत उद्देश्य की तरफ प्रेरित कर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को हिंसात्मक रूप से राष्ट्र को और समाज को क्षति पहुंचाने का कार्य कर सकते है।