संवाददाता।
कानपुर। नगर में मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर समेत तीन महिला डॉक्टरों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने सात सदस्य जांच कमेटी बनाई है, जो कि इस पूरे मामले की जांच करेगी। नवंबर 2022 में बिल्हौर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक प्रसूता के ऑपरेशन के दौरान उसके पेट में पट्टी छोड़ दी थी। जिससे महिला की जान पर बन आई थी। बिल्हौर निवासी संदीप शर्मा ने बताया कि उन्होंने नवंबर 2022 में अपनी पत्नी प्रियंका को प्रसव के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिल्हौर में भर्ती कराया था, जहां पर डॉक्टर ने महिला के ऑपरेशन के दौरान उसके पेट में पट्टी छोड़ दी थी। ऑपरेशन के बाद महिला के पेट में काफी दर्द होता रहा। संदीप ने अपर इंडिया जच्चा बच्चा अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाया, जहां पर डॉ. सीमा द्विवेदी की देखरेख में महिला को भर्ती किया गया। फिर उसका ऑपरेशन कर पेट से पट्टी निकल गई। इसके बाद संदीप ने कोर्ट के माध्यम से CHC की डॉ. रश्मि सूरी, डॉ. सुनीता गौतम और जच्चा बच्चा की डॉ. सीमा द्विवेदी के खिलाफ बिल्हौर थाने में मुकदमा दर्ज कर दिया। अपर इंडिया जच्चा बच्चा अस्पताल की डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि वह महिला मेरे पास आई थी, जिसका सफलतापूर्वक ऑपरेशन टीम के द्वारा किया गया। मेरे ऊपर मुकदमा क्यों कराया गया यह मुझे जानकारी नहीं है। ऐसा लग रहा है कि वसूली के उद्देश्य से यह मुकदमा कराया गया है। जबकि यहां से मरीज को सफल ऑपरेशन करने के बाद भेजा गया था। वहीं, डॉ. सुनीता गौतम ने बताया कि जब महिला का ऑपरेशन हुआ तब मैं ऑपरेशन थिएटर में मौजूद नहीं थी। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि इस प्रकरण में 7 सदस्य कमेटी बनाई गई है, जो कि पूरे इस मामले की जांच करेगी। महिला कब भर्ती हुई और ऑपरेशन में कौन-कौन लोग शामिल थे। इन सभी बिंदुओं पर जांच की जाएगी। जिला अधिकारी विशाख जी अय्यर के निर्देश पर अपर निदेशक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण कानपुर मंडल ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक रंजन ने मामले की जांच की, जिसमें प्रथम दृष्टया ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है। उन्होंने कहा कि जो डॉक्टर ऑपरेशन में शामिल थे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।