संवाददाता।
कानपुर। नगर लेखपालों (राजस्व अधिकारियों) ने अपनी 7 सूत्री मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर लगातार चौथे दिन भी अपना विरोध प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार जारी रखा। चल रहे विरोध के परिणामस्वरूप, 4,000 से अधिक आय, जाति और अधिवास प्रमाण पत्र तहसील कार्यालयों में लंबित हैं। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ अपनी मांगों को लेकर अड़ा हुआ है और उनके समाधान के लिए दबाव बना रहा है। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष नरेंद्र तिवारी ने बताया कि ग्राम रघुनाथपुर में अनाधिकृत अतिक्रमण के निस्तारण के लिए तहसील प्रशासन द्वारा एक टीम का गठन किया गया है। उम्मीद है कि टीम अगले दो दिन में कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाएगी। अनाधिकृत अतिक्रमण की समस्या का समाधान करने तथा अन्य मांगों पर विचार करने के बाद ही कार्य बहिष्कार हटाने की बात पर विचार किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान प्रमुख रूप से केके मिश्रा, राजीव अवस्थी, धीरज पांडे, आलोक अवस्थी, शैलेन्द्र अवस्थी, सतीश कुमार, वरुण सिंह, अतुल कुमार, अनुज तिवारी सहित अन्य लेखपाल मौजूद रहे। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिला प्रशासन निर्धारित दिन पर अवैध कब्जों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। कार्रवाई के आधार पर प्रदर्शनकारी अगले दिन अपना आंदोलन समाप्त करने पर विचार करेंगे। अतिक्रमण के मुद्दे के अलावा, प्रशासन को सामान्य कामकाज बहाल करने के लिए लेखपालों द्वारा रखी गई अन्य मांगों को तुरंत संबोधित करना होगा। राजस्व अधिकारियों के चल रहे आंदोलन ने लंबित कार्यों और तहसील कार्यालयों से महत्वपूर्ण प्रमाण पत्र प्राप्त करने में जनता को होने वाली असुविधा पर चिंता बढ़ा दी है। अधिकारियों से आग्रह है कि वे प्रदर्शनकारी लेखपालों के साथ रचनात्मक बातचीत करें और मामले को जल्द से जल्द हल करने की दिशा में काम करें।