संवाददाता।
कानपुर। नगर में कार्यकारिणी बैठक के दूसरे दिन नगर निगम का 19 अरब 8 करोड़ और जलकल का 3 अरब 63 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया। नगर में अब तेजी से विकास कार्य हो सकेंगे। 190 करोड़ रुपए नगर के विकास में खर्च किए जाएंगे। इसमें 66 करोड़ रुपए सड़कों के निर्माण और मरम्मत में खर्च होंगे। नगर निगम करीब 15 करोड़ रुपए की निधि से नगर के नवाबगंज स्थित जागेश्वर और पीरोड स्थित वनखंडेश्वर मंदिर का जीर्णोद्धार करेगा। आनंदेश्वर मंदिर की तर्ज पर कॉरिडोर बनाया जाएगा। यहां रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। जल्द ही मंदिरों की डीपीआर तैयार की जाएगी।नगर निगम की तरफ से म्यूनिसिपल बॉन्ड से हासिल होने वाले 100 करोड़ रुपए के बजट को जल निगम को देने को प्रस्ताव दिया गया था। इससे नगर की जलापूर्ति समेत स्वच्छ पानी की आपूर्ति पर खर्च किए जाने का प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन कार्यकारिणी न इस प्रस्ताव को न मानते हुए इसे निरस्त कर दिया। महापौर प्रमिला पांडेय ने बताया कि प्रस्ताव को नए सिरे से अगली कार्यकारिणी बैठक में रखने के लिए कहा है। नगर में तारों को जाल फैलाए हुए केबिल ऑपरेटर से अब नगर निगम टैक्स भी वसूल करेगा। महापौर के मुताबिक शहर में केबिल ऑपरेटरों ने सैकड़ों किमी. लंबी तारों का जाल बिछा रखा है। इसके लिए वे नगर निगम के पोल का इस्तेमाल करते हैं। टैक्स तय कर वसूली की जाएगी। वहीं कार्यकारिणी सदस्य अभिषेक गुप्ता माेनू ने इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आकस्मिक कार्य दिखाकर करोड़ों रुपए के विकास कार्य बिना ई-टेंडर के कार्य कराने की शिकायत की। इस पर महापौर ने जांच के आदेश दिए। डबल पुलिया से लोहरानभट्ठा को जोड़ने वाली सड़क का नामकरण पूर्व सांसद और व्यापारी नेता स्वर्गीय श्याम बिहारी मिश्र के नाम पर किया गया। महापौर ने बताया कि इसका प्रस्ताव विधायक सुरेंद्र मैथानी ने दिया था। बैठक में जलकल विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर भी सवाल खड़े किए गए। बैठक में आए जलकल अधिकारियों के पास पार्षदों के किसी सवाल का जवाब नहीं था। नाराज महापौर ने 24 घंटे के अंदर अधिकारियों को जवाब देने के निर्देश दिए हैं।