संवाददाता।
कानपुर। चौडगरा सीमेंट फैक्ट्री से पूरे कागज के साथ कानपुर आ रही गाड़ी को जीएसटी अधिकारियों ने घाटमपुर में चेकिंग के नाम पर पकड़ लिया। कागज पूरे होने के बाद भी गाड़ी पकड़े जाने की सूचना से तनाव में आए ट्रांसपोर्टर अविनाश अग्रवाल को ब्रेन स्ट्रोक व पैरालिसिस का अटैक पड़ गया। उन्हें रीजेंसी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया है। भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री ज्ञानेश मिश्र ने बताया कि अविनाश अग्रवाल की किदवई नगर स्थित ट्रांसपोर्ट कंपनी गुरुकृपा रोड लाइन है। इस ट्रांसपोर्ट एमपी बिरला सीमेंट कंपनी के साथ में अटैच है। 12 अगस्त को इनकी ट्रांसपोर्ट की एक गाड़ी सीमेंट लोड करके चौडगरा से बिरला सीमेंट फैक्ट्री से अकबरपुर कानपुर देहात जाते समय घाटमपुर में स्टेट जीएसटी के सचल दल इकाई 14 के सहायक आयुक्त हेमकांत सिंह ने गाड़ी को पकड़ लिया। 14 अगस्त को ड्राइवर के नाम तीन लाख रुपए से अधिक की पेनाल्टी लगा कर नोटिस दे दिया। इस दौरान 12 व 13 अगस्त को ट्रांसपोर्टर अविनाश अग्रवाल कानपुर के बाहर थे। उन्हें 14 अगस्त को ड्राइवर व ट्रांसपोर्ट के नाम नोटिस मिलने की जानकारी हुई। आरोप है कि इस नोटिस को देखते ही अविनाश तनाव में आ गए। इससे उनको ब्रेन हेमरेज और पैरालिसिस का अटैक पड़ गया। परिजनों ने आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पर व्यापार मंडल के पदाधिकारी अपर आयुक्त ग्रेड 2 ब्रजेश मिश्र से सीमेंट व्यापारियों के साथ उनके कार्यालय में मिलकर विरोध दर्ज कराया। पूरी वार्ता के बाद बिना पेनाल्टी के गाड़ी छोड़ने का आदेश हुआ। सहायक आयुक्त हेमकांत सिंह के खिलाफ उनके खराब व्यवहार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।