मुख्य आरोपी जेल में, बाकी गैंग बाहर दोबारा मदरसा चालू करने की फिराक में, बिठूर पुलिस पर आधी अधूरी तफ्तीश का आरोप!

आरोप : बिना पंजीकरण और बिना मान्यता वाले मदरसा में आरोपी और साथी टोने टोटके के नाम पर करते थे ठगी और यौन उत्पीडन!
संवाददाता।
कानपुर। बिठूर थानाक्षेत्र के नारामऊ कछार में चल रहे मदरसा फैजान ए बरकात में नाबालिग से बलात्कार के आरोप में संचालक कारी मोहम्मद अहमद को पुलिस ने पाक्सो एक्ट एवं अन्य समुचित धाराओं में जेल तो भेज दिया, लेकिन इलाकाई जनता एवं जानकारों का कहना है पुलिस द्वारा मामले में आधी-अधूरी तफ्तीश ही की गई। अगर ठीक से जांच होती तो झाड़-फूंक के नाम पर जालसाजी, ठगी और शोषण करने वाला बहुत बड़ा रैकेट पकड़ में आता। रैकेट के तार कानपुर नगर के स्कूलों, अस्पतालों से लेकर फर्रुखाबाद के कन्नौज तक फैले हैं। गैंग का असल सरगना जिला कन्नौज के जैनपुर निवासी मोनिस रजा को बताया जा रहा है। वहीं उसके एक गुर्गे शाहरुख का भी नाम बताया जा रहा है। इन नामों का उल्लेख उस तहरीर और एफआईआर में भी है, जो बलात्कार पीड़िता ने पुलिस को दी है। इसके बावजूद बिठूर पुलिस ने केवल मुख्य आरोपी को ही जेल भेज, कर इतिश्री कर ली। आरोप है की नारामऊ के उक्त मदरसे में नाबालिगों और महिलाओं के यौन उत्पीडन की कई घटनाएं हो चुकी हैं। जो परिजनों द्वारा ही लोकलाज वश दबा दी गईं।
पीड़िता के परिजनों के अनुसार अब खुले घूम रहे मोनिस रजा, शाहरुख आदि गैंग के लोगों से लगातार खतरा बना हुआ है। पीड़िता के चाचा और भाई आदि के अनुसार गैंग का असल लीडर मोनिस रजा, गुर्गा शाहरुख और नारामऊ का ही निवासी सद्दाम गैंग के क्रिया कलाप जारी रखने को मदरसा दोबारा चालू करने की कोशिशों में लगे हैं। मोनिस खुद को मौलाना बताता है और दूर दराज तकरीरें करने जाता है। सद्दाम भी झाड़ फूंक करता है। आरोप है की कन्नौज का मोनिस रजा, शाहरुख और सद्दाम के साथ मिलकर टोने-टोटके और दुआ तावीज के नाम पर युवक युवतियों और परिवारों को फंसा कर लाता है। हर एक क्लाइंट से 20 से 25 हजार तक की रकम वसूली जाती है। आरोपी तो एक व्यक्ति पर फूंक डालने के 600 रुपए तक वसूलता था। फर्रुखाबाद और कानौज से लेकर पश्चिमी कानपुर के विकास नगर, शारदा नगर और रावतपुर गांव तक के होटलों व अस्पतालों तक में इस गैंग का नेटवर्क फैला है। अस्पतालों में मरीजों को ठीक करने के बहाने तो स्कूल कालेज में स्टूडेंट्स को “प्यार पाने” का लालच देकर फंसाया जाता है। इलाकी लोगों के अनुसार बलात्कार का आरोपी मदरसा संचालक मोहम्मद अहमद कल्याणपुर में जीटी रोड स्थित एक इंग्लिश मीडियम स्कूल की मस्जिद में नमाज पढ़ाने भी जाता रहा है। वहां धनाढ्य वर्ग के बीच इसने तांत्रिक के तौर पर पैठ बनाई।
पड़ोस की ही नाबालिग युवती से बलात्कार का आरोपी, मोहम्मद अहमद फैजान ए बरकात नाम से अपने ही 37 गज के घर में गैरकानूनी ढंग से मदरसा चला रहा था। आरोपी ने ना तो मदरसे की संस्था का सोसाइटी एक्ट में कोई रजिस्ट्रेशन कराया था, और ना ही मदरसा बोर्ड से उसके दड़बे नुमा मदरसे को कोई मान्यता है। इसके बावजूद उसके यहां 70 से 80 बच्चे पढ़ रहे थे। इनमें भी छात्राओं की संख्या सबसे अधिक थी। धार्मिक कार्यक्रमों के नाम पर बच्चों के अभिभावकों से दो-दो हजार रुपए तक वसूला जाता था। लेकिन रेप पीड़िता के चाचा बकरीदी, भाई और इलाके की जनता ने हैरतंगेज खुलासा करते हुए बताया की पढ़ाने लिखाने से ज्यादा मदरसे में झाड़-फूंक और गंडे तावीज का काम होता था। आरोपी मोहम्मद अहमद रोजाना बाकायदे गद्दी लगाकर तांत्रिक क्रिया कलाप करता था। ये क्रिया कलाप घर (मदरसे) के पहले तल पर करता था, जहां एक ताबूत नुमा बक्से में जानवर की खोपड़ी, अंडे, हड्डी, मौटी (एक विस्फोटक ज्वलनशील पदार्थ), पंख जैसी चीजें रखी रहती थीं। तहरीर में पीड़िता ने आरोप लगाया था कि कन्नौ का मोनिस रजा और शाहरुख आरोपी की पत्नी को नीचे बातों में लगाए रखता था और आरोपी मौलाना अपर झाड़ फूंक के नाम पर उसका का यौन उत्पीडन करता था। परिजनों के अनुसार ऐसा कई महिलाओं और लड़कियों की जिंदगी बर्बाद की गई। आरोपी मौलाना कुकृत्य का वीडियो बना कर, ब्लैकमेल करके पैसे भी ऐंठता था।
मामले पर जानकारी के लिए बिठूर इंस्पेक्टर अतुल सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से उनका सीयूजी नंबर बंद बताता रहा। प्राइवेट नंबर उठाया नहीं गया।