
संवाददाता।
कानपुर। नगर के करौली धाम आश्रम से फिर एक चौकाने वाली घटना सामने आई है। पश्चिम बंगाल से इलाज कराने आए युवक का शव जंगल में पेड़ से लटका मिला है। मां और बहन युवक की तलाश में जुटी थीं। इसी बीच दोपहर में बिधनू के पिपरगवां गांव के बाहर जंगल में अजय का शव पेड़ से लटका मिला। परिजनों ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त की। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। शरीर पर चोट के निशान होने से मामला संदिग्ध है। बिधनू थाने की पुलिस जांच में जुटी है। वेस्ट बंगाल के पांचीपाड़ा उत्तरी दिनाजपुर निवासी अजय चौहान (30 वर्ष) बीमार थे। काफी इलाज के बाद भी आराम नहीं मिलने पर सोशल मीडिया से उन्हें करौली सरकार के संतोष सिंह भदौरिया के बारे में पता चला। इसके बाद अजय के साथ बहन रीता और मां ललिता के साथ शनिवार को कानपुर के करौली धाम आश्रम पहुंचा। गुरु पूर्णिमा के चलते आश्रम में तैयारियां चल रही थी, जिसके चलते भक्तों से कहा गया था कि गुरु पूर्णिमा के बाद उनका इलाज होगा। अजय परिवार के साथ आश्रम में ही रुक गया था। परिजनों ने बताया कि रविवार शाम अजय आश्रम के बाहर शौच जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन देर रात तक नहीं लौटा। परिवार के लोग तलाश कर रहे थे। इसी बीच सोमवार दोपहर सूचना मिली कि पिपरगवां के ग्रामीणों ने नीम के पेड़ से युवक का शव फांसी के फंदे पर लटकते देखा। सूचना पर पहुंची बिधनू पुलिस ने शव को नीचे उतारा। इसके बाद शव की शिनाख्त करौली सरकार आश्रम से लापता अजय के रूप में हुई। जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी प्रद्युम्न सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी लगाने से मौत की बात सामने आई है। शरीर पर चोट के निशान होने से मामला संदिग्ध लग रहा है। पुलिस की एक टीम को पूरे मामले की जांच के लिए लगाया गया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। परिजन शव लेकर अपने घर वेस्ट बंगाल लौट गए हैं।