संवाददाता।
कानपुर। नगर में थोड़ी सी बारिश के बाद अब आंखों के इंफेक्शन के मरीज धीरे-धीरे तेजी से बढ़ने लगे हैं। इन दिनों मेडिकल कॉलेज में आंखों की समस्या वाले मरीज बहुत अधिक आ रहे हैं। अचानक से मरीजों में वृद्धि हुई है। पिछले 3 दिनों के अंदर काफी मरीज आ चुके हैं। चिकित्सकों की मानें तो इस समय 15 प्रतिशत मरीजों की आंखों में इंफेक्शन की शिकायत आ रही है। इफेक्टिव कंजक्टिवाइटिस और एलर्जी कंजक्टिवाइटिस दो प्रकार के इन्फेक्शन इन दिनों मरीजों की आंखों में देखने को मिल रहे हैं। कानपुर मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शालिनी मोहन ने बताया कि इफेक्टिव कंजक्टिवाइटिस में लोगों की आंख आ जाती है। आंखों में गीलापन रहता है और हमेशा कीचड़ आ जाता है। इसके अलावा एलर्जी कंजक्टिवाइटिस में मरीज की आंखों में खुजली होती है और आंख एकदम लाल हो जाती है, जब सुबह सोकर उठते है तो दोनों पलकें चिपकी होती है। डॉ. शालिनी मोहन ने बताया कि यदि आंखें लाल है या किसी प्रकार की कोई समस्या आ रही है तो बिना डॉक्टर की परामर्श के कोई भी दवा आंखों में ना डालें, क्योंकि आंखें आपकी बहुत कोमल होती है यदि कोई भी दवा नुकसान कर गई तो समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर आंखें लाल है या अधिक खुजली हो रही है तो डॉक्टर से परामर्श लेकर ही दवा डालें।आंखों में जो सफेद भाग होता है वह हमेशा लाल हो जाती है। इस सफेद भाग की महीन रक्त वाहिकाओं के फैलने के कारण आंखें लाल हो जाती हैं। इसका कारण है कि आंखों की थकान, वायु प्रदूषण, धूल मिट्टी का जाना, रसायनों का अधिक एक्स्पोजर होना, सूरज के प्रकाश का अत्याधिक एक्स्पोजर होना। ज्यादा समय तक कांटेक्ट लेंस लगाए रखना के कारण भी आंखें लाल हो जाती हैं। डॉ. शालिनी मोहन ने बताया कि जो पानी की बैक्टीरिया होते हैं। वह आपकी आंखों को सबसे ज्यादा नुकसान करते हैं। इन दिनों बरसात के बाद जगह-जगह पानी भरा हुआ है। उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। यह आपको दिखाई जरूर नहीं देते हैं लेकिन यह आपकी आंखों के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। इसलिए आंखों का ख्याल इन दिनों खास तौर पर रखें। यदि किसी व्यक्ति की आंख आई है तो उसका तौलिया, कपड़े, रुमाल का इस्तेमाल घर में कोई भी दूसरा सदस्य ना करें। ऐसे व्यक्ति अपनी आंखों को ना छुएं। यदि आंखों में हाथ लग जाता है तो तुरंत हाथ धो लें। इसके बाद किसी और चीज को स्पर्श करें। धूप में निकलने वाले लोग चश्मा लगा कर निकले। बाहर से आने के बाद आंखों को ठंडे पानी से छींटे मार कर धोएं। डॉक्टरों की सलाह पर आई ड्रॉप डालते रहें ताकि छोटा-मोटा इन्फेक्शन आपकी आंखों को नुकसान न पहुंचा सके। यदि 1 हफ्ते से अधिक आपकी आंखों में लालपन है, प्रकाश के प्रति अति संवेदनशीलता महसूस हो रही है। आंखों से पानी निकल रहा हो, धुंधला दिखाई दे रहा हो, आंखों में दर्द हो रहा हो तो ऐसी परिस्थितियों में तुरंत डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए। ऐसे लक्षण वाले मरीजों को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, नहीं तो यह समस्या आगे बढ़कर बड़ी समस्या बन सकती है।
यदि आंखों में सूजन है और खुजली हो रही है तो आप घर पर ही एक तौलिया ले उसे गुनगुने पानी में भिगो लें। इसके बाद उसको निचोड़ लें, जब तापमान बिल्कुल नॉर्मल हो जाए तो उसको अपने आंखों के ऊपर रख लें, ताकि धीरे-धीरे आंखों में सिकाई होती रहे। गर्मी से रक्त का संचार जब चालू हो जाएगा तो आप की सूजन कम हो जाएंगी और खुजली में भी आपको काफी आराम मिलेगा। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए सबसे पहले अपनी डाइट को संतुलित रखें। इधर उधर की चीजें खाने से बचें। अपने खाने में हरी सब्जियों को जरूर शामिल करें। मौसमी फलों का सेवन करें। आंखों को स्वस्थ रखने के लिए कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद एक बार में जरूर लें। आंखों में नमी रखने के लिए पानी और अन्य तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें। जब भी आप स्विमिंग करने जाएं तो स्विमिंग गॉगल जरूर पहने। एसी में लगातार अधिक देर तक रहने से बचें। इससे आपकी आंखें ड्राई हो जाती हैं। दिन भर में अपनी आंखों को दो से तीन बार ठंडे पानी से जरूर धोएं। अगर आंखों में कोई मेकअप किया है तो रात में सोने से पहले उसे जरूर साफ कर ले।