
आईजीआरएस में शिकायत की तो जिसके खिलाफ मामला उसी को मामले की सौंपी जांच।
संवाददाता।
कानपुर। नगर की नजीराबाद थाने की पुलिस ने एक शव से जेवर उतारे है। वहीं, नजीराबाद एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह पर यह कोई पहला आरोप नहीं लगा है। इससे पहले कौशलेंद्र के पास से चोरी की कार बरामद हुई थी। कार की सर्विस के लिए थाना प्रभारी गए तो मालिक के पास मैसेज पहुंचा और उनकी कलई खुल गई थी। इसके बाद कौशलेंद्र को कार मालिक को लौटानी पड़ी थी। दूसरा एक मामला भी जिसमे सरदार रविन्द्र भाटिया बिल्डर के साथ मिल कर एक बेवा औरत कंचन शुक्ला के मकान में देर रात्रि कब्जे को लेकर हुआ था जिसमे उसके दो छोटे बच्चे हैं जिसमे एक दिव्यांग है और उसके पति का स्वर्गवास कुछ दिनों पहले हुआ है। लेकिन विभागीय व्यक्ति का मामला होने के चलते कार्रवाई से बच गए थे। वही पुनरावृत्ति फिर से इंसानियत को शर्मसार करने वाली की एक मृत्यु शरीर से जेवर उतार लेना और डकार जाना। इतना ही नहीं पीड़ित के शिकायत करने पर उसके खिलाफ ही चोरी का मुकदमा भी लिख दिया। पीड़ित ने मुख्यमंत्री दरबार में पेश होकर नजीराबाद थाने की करतूत बताई। इसके बाद शासन की ओर से पुलिस कमिश्नर को मामले में कार्रवाई का आदेश जारी हुआ। अब पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच एसीपी कर्नलगंज अकमल खान को दी है। नजीराबाद थाना क्षेत्र के आरके नगर में 12 अप्रैल को निखिल उर्फ विवेक ने मां राजकुमारी की हत्या कर फांसी लगा ली थी। घटना के बाद इंस्पेक्टर नजीराबाद कौशलेन्द्र प्रताप सिंह चौकी इंचार्ज रवि कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और जांच की थी। राजकुमारी के बड़े बेटे जितेंद्र उर्फ दुर्गेश ने आरोप लगाया है कि मां की मौत के दौरान उनके शरीर में सोने की चेन, अंगूठियां और कंगन (तीन लाख के जेवर) मौजूद थे। जांच के दौरान नजीराबाद पुलिस ने शव से जेवरात उतारकर अपने कब्जे में लिए थे, लेकिन इसका जिक्र न ही पंचायतनामा में किया और न ही जीडी में दर्ज किया। जितेंद्र ने बताया कि मां का अंतिम संस्कार करने के बाद वह नजीराबाद थाने मां के जेवरात लेने गए थे। पुलिस कर्मियों ने जेवरात उनके पास नहीं होने की बात कहते हुए धमका कर भगा दिया। इसके बाद उन्होंने 22 जून को आईजीआरएस पोर्टल पर मामले की शिकायत दर्ज कराई। जिस दरोगा जितेंद्र कुमार पर भी चोरी का आरोप था उसे ही जांच दी गई। 26 जून को एसआई ने रिपोर्ट दाखिल कर दी। अपनी रिपोर्ट में लिखा कि महिला के शरीर पर कोई जेवरात नहीं थे।जितेंद्र उर्फ दुर्गेश ने आरोप लगाया कि मां के जेवरात के बारे में पूछा तो पुलिस ने 23 जून को निखिल की पत्नी से तहरीर लेकर गृह अतिचार और चोरी का मुकदमा लिखवा दिया। पति की मौत के बाद से निखिल की पत्नी से विवाद चल रहा है। पुलिस ने इसी बात का फायदा उठाकर निखिल की पत्नी को मोहरा बनाकर एफआईआर दर्ज की है। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने कहा कि मामले में एसीपी कर्नलगंज अकमल खान को जांच दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर मामले में कार्रवाई की जाएगी।