संवाददाता।
कानपुर। नगर में सभ्य लोगो की बस्ती में उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री के आदेशों की अवेहलना की जा रही है। श्याम नगर के, सी-ब्लॉक में बहुत सी अवैध बहुमंजिला इमारते बनाने का काम बड़ी जोरो शोरो से जारी है। दरअसल केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह के स्थानांतरण के बाद केडीए का प्रभार कानपुर जिलाधिकारी को सौंप दिया गया है। परंतु उनकी नगर से संबंधित प्राशासनिक कार्यो में व्यस्तता के चलते केडीए में उपाध्यक्ष के बाद के जो सक्षम अधिकारी है वो जिलाधिकारी की व्यस्तता का फायदा उठा रहे है। दरसल केडीए उपाध्यक्ष के स्थानांतरण के बाद जो उनके नीचे के सक्षम अधिकारी और कर्मचारी है वो दबंग बिल्डरों के साथ मिलकर के नगर के घनी बस्ती क्षेत्रो जैसे चमनगंज, बेगमगंज, तलाक महल, पेचबाग की तंग गलियों से लेकर के किदवई नगर, श्याम नगर जैसे विकसित हो रहे क्षेत्रों में बहुत से भूखंडों पर अवैध बहुमंजिला इमारते बनवा रहे है। और फ्लैटों की बिक्री करी जा रही है। इन इमारतों में नक़्शे के विपरीत निर्माण कार्य से पूरे जिले में वार्षिक आंकलन किया जाए तो पचासों करोड़ का दंड शुल्क बनता है उस राजस्व में हेरा फेरी करते हुए अपनी जेबें मजबूत करी जा रही है।
जिसमे श्याम नगर के सी ब्लॉक में भूखंड संख्या 167 को केडीए ने सील कर दिया था। लेकिन अवैध बहुमंजिला इमारते बनाने वाले दबंगो ने केडीए के सक्षम अधिकारियों और कर्मचारियों से साठ गांठ करके केडीए द्वारा लगाई गई सील को तोड़कर अवैध बहुमंजिला इमारत का कार्य जोरो से चालू करवा दिया है। बहुमंजिला अवैध इमारत के आस पास रहने वाले दो डॉक्टरों ने बताया कि ये दबंग हमारे घर के सामने अवैध इमारते बनाने का मटेरियल गिराते है, और अगर हम लोग मना करते है तो केडीए के सक्षम अधिकारियों के पास जाने को लेकर बोलते है कि विभाग में जाकर शिकायत करो जिससे कुछ नही होने वाला। डॉक्टर बताते है हालात यह है कि यहां पर सड़को में अवैध इमारते बनाने के मेटेरियल गिरा होने के कारण आये दिन लोग गिर गिर कर घायल हो जाते है, कुछ लोग तो पैदल चलते चलते ही इन गिट्टियों पर गिर जाते है और गिट्टियां होने के कारण घायल हो जाते है। और कुछ लोग तो बाइक से गिट्टियों पर फिसल जाते है आलम ये है कि लोग प्रतिदिन यहाँ घायल होते है। और अब यहाँ के लोग इन दबंगो की धमकियों से भी डरने लगे है। और ये कोई एक अवैध इमारत नहीं है श्याम नगर में ऐसी कई अवैध इमारतो का काम केडीए के सक्षम अधिकारियों की मिलीभगत से दिन-रात जोरो-शोरो से जारी है। और ये दबंग बिल्डर्स जो लोग इनके खिलाफ कोई कार्यवाही करने का सोचते है उनको डरा धमकाकर शांत करा देते है, इन दबंग बिल्डरों और इनकी अवैध इमारतों के निर्माण कार्य से क्षेत्रीय लोग बहुत ज्यादा परेशान है। परंतु इन दबंग बिल्डरों की गुंडई और अधिकारियों से इनकी मिलीभगत होने के चलते सामान्य कार्यवाई के प्रार्थनापत्रों से लेकर के आईजीआरएस तक कोई कार्यवाही अमल में नहीं लायी जाती हैं। और राष्ट्र को राजस्व का चूना लगाया जा रहा है।