संवाददाता।
कानपुर। हाल के एक घटनाक्रम में, चिंतित अभिभावकों ने राज्य के कुछ मुस्लिम शैक्षणिक संस्थानों के कथित कदाचार के खिलाफ आवाज उठाई है। आरोप है कि आयशा सिद्दीकी स्कूल/कॉलेज फीस में चक्रवर्ती ब्याज समेत विभिन्न परीक्षाओं की आड़ में मनमाने ढंग से अत्यधिक फीस वसूल रहा है। परेशान करने वाली बात यह है कि संस्था पर अभिभावकों से गैरकानूनी तरीके से मोटी रकम वसूली जा रही है। इसके अलावा, स्कूल कथित तौर पर पाठ्यक्रम की पुस्तकों के जरिए और विविध खर्चों के नाम पर माता-पिता को मोटी रकम देने के लिए मजबूर करने जैसी संदिग्ध गतिविधियों में संलग्न है। इससे उन अभिभावकों में असंतोष पैदा हो गया है जो अपने बच्चों की शिक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्ष व्यवहार की उम्मीद करते थे। माता-पिता अब योगी सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं और उनसे “शिक्षा माफिया” के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह कर रहे हैं। कड़े कदमों की मांग की जा रही है, जिसमें बुलडोजर चलाने और इन कथित कदाचार में शामिल लोगों की संपत्ति जब्त करने की मांग की जा रही है। संस्था पर अभिभावकों को अधिक किफायती एनसीईआरटी पुस्तकों को चुनने के बजाय निजी प्रकाशनों की पुस्तकें को बढ़ी हुई कीमतों पर खरीदने के लिए मजबूर करने का आरोप है।
उक्त स्कूल/ कॉलेज की यह मनमानी अभिभावकों के साथ खुली लूट है । अभिभावको का आक्रोश बढ़ता जा रहा है । यह समस्या बढ़कर विकराल रूप ले सकती है ।