संवाददाता।
कानपुर। नगर में राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर के निदेशक प्रोफेसर नरेंद्र मोहन को नई दिल्ली में आयोजित चीनी और इथेनॉल अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार 2024 के दौरान “उत्कृष्टता पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री भाग्यश्री द्वारा समारोह में दिया गया। इस कार्यक्रम में देश-विदेश के 600 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया । यह पुरस्कार उन्हें नवीन प्रक्रियाओं और उत्पादों के विकास के माध्यम से चीनी और संबद्ध उद्योग में उल्लेखनीय उपलब्धियों और असाधारण योगदान के लिए दिया गया । प्रोफेसर मोहन ने चिनी उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए कई काम किए है। वर्तमान में विभिन्न प्रकार की चीनी का उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा संस्थान ने एथनॉल बनाने पर भी काम किया हैं। प्रो. नरेंद्र मोहन ने बताया कि पिछले 10 सालों में संस्थान का राजस्व 30 लाख से बढ़ाकर 640 लाख हो गया है। इसके अलावा 4 नए कोर्सों की शुरुआत की गई है। शुगर रिफाइनरी, स्पेशलिटी शुगर डिवीजन, इथेनॉल इकाई और बीयर यूनिट की शुरुआत की गई है। संस्थान में कुल 9 कोर्स शुरू हो गए हैं। इसके अलावा दुनिया का यह एकमात्र ऐसा संस्थान है, जहां पर व्यवहारिक प्रशिक्षण के लिए तरह-तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। संस्थान के पास स्मार्ट क्लासरूम, इंटरएक्टिव सेमिनार रूम और अंतर्राष्ट्रीय प्रोटोकॉल के अनुसार विश्लेषण करने के लिए छात्र छात्राओं के लिए प्रयोगशाला आए हैं। प्रो. नरेंद्र मोहन के कार्यकाल में कई भारतीय संगठनों एवं केन्या, नाइजीरिया, मिस्त्र और इंडोनेशिया के संगठनों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया है। केन्या, भूटान, नेपाल, नाइजीरिया, इंडोनेशिया, श्रीलंका के लिए शिक्षण और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रयोगिक चीनी कारखाने में चीनी रिफाइनरी की और विशेष चीनी प्रभाग की स्थापना की गई। नैनो एथेनॉल इकाई और ब्रीवरी की स्थापना की गई। छात्र-छात्राओं के लिए नए हॉस्टल के साथ-साथ लाइब्रेरी का निर्माण कराया गया है। इंडोर स्टेडियम का जीर्णोद्धार, आउटडोर स्टेडियम का निर्माण, ओपन जिम, चिल्ड्रन पार्क की स्थापना कराई गई।