संवाददाता।
कानपुर। नगर में इंडोनेशियाई चीनी उद्योग के तकनीकी अधिकारियों का एडवांस प्रशिक्षण कार्यक्रम राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर में शुक्रवार से शुरू हुआ। विशेषज्ञों की निगरानी में एक वाणिज्यिक चीनी कारखाने में यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। संस्थान के निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन स्वयं ऊर्जा और अन्य इनपुट की न्यूनतम आवश्यकता के साथ रिफाइंड चीनी के उत्पादन के संबंध में उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करने का कार्य संभाला है। निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन ने बताया कि हम इंडोनेशियाई टीम को प्रसंस्करण तकनीक और मशीनरी की आवश्यकता और 15-20 इंटरनेशनल कलर यूनिट की रिफाइंड चीनी का उत्पादन करने के तरीकों और साधनों के बारे में व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नवीनतम प्रौद्योगिकी अर्थात रस को गाढ़ा करने के लिए सेक्सटुपल इफेक्ट इवेपोरेटर, मैकेनिकल वेपर री-कंप्रेसर, फॉलिंग फिल्म इवैपोरेटर और प्लेट टाइप हीट एक्सचेंजर्स के उपयोग के बारे में जानकारी इस एक महीने के प्रशिक्षण कार्यक्रम में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इंडोनेशियाई चीनी उद्योग अपनी चीनी मिलों के आधुनिकीकरण और कुशल भारतीय चीनी इकाइयों द्वारा अपनाई जा रही प्रसंस्करण तकनीकों को अपनाने के लिए काफी उत्सुक है। इंडोनेशियाई शुगर ग्रुप के साथ समझौते के एक हिस्से के रूप में, पहले चरण के दौरान हम उनके तकनीकी कर्मियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं और फिर मिलों को राष्ट्रीय शर्करा संस्थान द्वारा प्रसंस्करण और मशीनरी में परिवर्धन और परिवर्तन के लिए आवश्यक तकनीकी की जानकारी दी जाएगी।बक्रेबेट बारू शुगर फैक्ट्री के प्रोसेस मैनेजर हास्फी मौलाना और रेजो अगुंग बारू शुगर फैक्ट्री, इंडोनेशिया के मैकेनिकल इंजीनियर एरिच हरियांतो ने कहा कि राष्ट्रीय शर्करा संस्थान द्वारा दिए जा रहे व्यावहारिक अनुभव से हमें बहुत लाभ होगा। बेहतर गुणवत्ता वाली रिफाइंड चीनी का उत्पादन करने और इंडोनेशिया में चीनी कारखानों की दक्षता में सुधार करने में मदद मिलेगी।