संवाददाता।
कानपुर। भारत सरकार द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर सभी जिलों में अलग-अलग टारगेट निर्धारित किए गए है। इस क्रम में कानपुर नगर में 3,34,639 परिवारों के सापेक्ष 12,74,629 लाभार्थियों के कार्ड बनने है। पिछले पांच सालों से चल रही योजना के दौरान कानपुर नगर में अभी तक 6,64,644 लाभार्थियों के कार्ड बन पाए है। यानी पांच सालों में सिर्फ आधा टारगेट ही हो पाया है। प्रदेश में देखा जाए तो कार्ड बनवाने के मामले में शामली पहले स्थान पर है। वहीं, कानपुर को 71वां स्थान मिला है। इसको लेकर अब अधिकारी भी काफी सजग हो गए है। कार्ड का लाभ दिलाने के लिए जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा हर कोटेदार के पास कैंप भी लगाया जा रहा है। प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. सुधाकर प्रसाद शुक्ला ने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर जागरुकता अभियान चलाने के साथ ही रोजाना कानपुर जनपद में 30 कैंप लगाए जा रहे है। यह कैंप राशन कोटेदारों के यहां लगाए जाते है, ताकि उनके पास जो भी राशन लेने आए उसे इधर-उधर न भटकना पड़ा और वह अपना कार्ड बनवा ले। इसके अलावा हर ब्लॉक पंचायत में रोज 20 कैंप लगाए जाते है। मार्च तक इस कैंप को निरंतर चालू रखा जाएगा। स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की माने तो कार्ड बनवाने में कोटेदार रुचि नहीं दिखा रहे है। वह किसी को भी कार्ड के बारे में कोई जानकारी तक नहीं देते है। इस कारण लोगों को यह नहीं पता चल पाता है कि उनके घर के आसपास कार्ड कहां बन रहे है। इसी तरह हर ब्लॉक में पंचायत सदस्यों की भी आईडी बनाई गई है। उन्हें कार्ड बनाने के लिए प्रति कार्ड पांच रुपये भी दिए जाते है। प्रदेश के 75 जिलों में कई शहर टॉप टेन में शामिल है। इनमें से शामली पहले, अमरोहा दूसरे, मुजफ्फनगर तीसरे, सहारनपुर चौथे, बागपत पांचवें, पीलीभीत छठवें, हापुड़ सातवें, बरेली आठवें, सुल्तानपुर नौवें, हाथरस दसवें नंबर पर है।