संवाददाता।
कानपुर। नगर में मेडिकल कॉलेज के जच्चा बच्चा विभाग कि डॉक्टरों ने एक ऐसा जटिल ऑपरेशन कर महिला की जान बचाई है, जिसको बचा पाना ना मुमकिन था। आपको बता दें कि डेढ़ माह की गर्भवती महिला की बच्चेदानी की नली फट जाने के कारण उसका सारा खून पेट में भर गया था और शरीर में महज एक ग्राम खून ही बचा था। ऐसे में महिला पेट की समस्या लेकर सर्जरी विभाग में आई तो उसे तत्काल डॉक्टर ने जच्चा बच्चा विभाग में भेजा, जहां डॉक्टरों ने करीब डेढ़ घंटे के ऑपरेशन के बाद महिला की जान बचा ली। जूही निवासी 25 वर्षीय महिला आंतों की समस्या लेकर डॉक्टर अनुराग की यूनिट में दिखाने आई थी, जब डॉक्टर अनुराग ने उसकी पूरी जांच कराई और अल्ट्रासाउंड कराया तो पता चला पेट में कुछ पानी सा भरा हुआ है। शरीर में मात्र एक ग्राम ही खून बचा है। ऐसे में उन्होंने महिला को जच्चा बच्चा विभाग में जाने की सलाह दी। यहां पर डॉ. सीमा द्विवेदी ने महिला को देखा और तत्काल उसका ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि हमारे साथ टीम में डॉ. शालिनी चौहान, डॉ. शिवांगी सिंह, डॉ. श्रुति गुप्ता ने मिलकर इस ऑपरेशन को सफल बनाया है। डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान कई चुनौतियां थी, क्योंकि महिला के शरीर में खून बिल्कुल भी नहीं था और ऑपरेशन करना काफी जटिल था। इसलिए इसमें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस ऑपरेशन को चार विभागों ने मिलकर सफल बनाया है। पहला स्त्री रोग विभाग, दूसरा सर्जरी, तीसरा एनेस्थीसिया और चौथा ब्लड बैंक। ब्लड बैंक ने तत्काल 3 यूनिट ब्लड की व्यवस्था कराई। डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि एनेस्थीसिया की टीम ने काबिले तारीफ काम किया है। उनकी वजह से यह ऑपरेशन सफल हुआ है, क्योंकि एक ग्राम खून जिसके शरीर में हो उसे कैसे बेहोश करना काफी मुश्किल काम था। यह सबसे बड़ी बात है। इसके बाद एनेस्थीसिया की टीम ने महिला को इंजेक्शन के द्वारा लगातार तीन यूनिट ब्लड चढ़ाया, जिसकी वजह से ऑपरेशन किया जा सका। ऑपरेशन कर महिला के पेट से लगभग 3 लीटर खून निकला। इसके बाद बच्चेदानी की नली को बांधा गया तब जाकर खून रोक जा सका।