संवाददाता।
कानपुर। उत्तर प्रदेश में दूसरे दिन मंगलवार को भी हिट एंड रन कानून के विरोध में ट्रक-बस ड्राइवर्स की हड़ताल जारी है। इसकी वजह से लखनऊ, कानपुर, आगरा समेत कई शहरों में फल-सब्जी जैसी चीजें नहीं पहुंच पा रही हैं। इसके चलते इन सभी के दाम बढ़ गए हैं। कानपुर, लखनऊ समेत कई शहरों में पेट्रोल पंप के सामने गाड़ियों की 1 किमी लंबी लाइनें लग गई हैं। कानपुर में पंप पर धक्का-मुक्की हो गई। इसके बाद पंप पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। यहां लोग कैन में पेट्रोल भरवाते हुए दिखाई दिए। मैनपुरी में ट्रक ड्राइवर्स और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई है। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। बचाव में पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। वाराणसी में इस कानून के विरोध में ट्रक चालकों ने पीएमओ कार्यालय घेरने का ऐलान किया है। वहीं पेट्रोल-डीजल एसोसिएशन के अध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बताया कि ट्रांसपोर्टर हड़ताल पर हैं। सप्लाई बंद है, जो टैंक आते हैं वो भी हड़ताल से प्रभावित हैं। इस वजह से पेट्रोल पंप पर फ्यूल खत्म होने की स्थिति में हैं। अगर सरकार राहत देती है, तो शायद कुछ चीजें सही हों। कानपुर में स्थिति सबसे ज्यादा बिगड़ी दिखी। यहां लोगों के बीच जल्दी पेट्रोल भरवाने के लिए आपाधापी दिखी। धक्का-मुक्की के बाद यहां पुलिस बुलानी पड़ी। कानपुर के हर्ष नगर पेट्रोल पंप पर कारों की 500 मीटर, जबकि बाइकों की 1 किमी तक लंबी लाइनें लग गईं। कानपुर में रावतपुर, नौबस्ता, भौंती बाईपास, किदवई नगर, विजय नगर, गोविंद नगर, घंटाघर, टाटमिल, श्याम नगर, रामादेवी, बारादेवी में बड़े टेंपों स्टैंड हैं। यहां भारी संख्या में यात्री आते हैं। लेकिन ऑटो-टेपों ड्राइवरों ने हड़ताल कर दी है। ऑटो-टेंपों ने चलने से लोग ऑफिस, स्कूल, कॉलेज और अपने काम पर जाने में देरी का सामना कर रहे हैं। कोई लिफ्ट मांग कर जा रहा है, तो कोई पैदल ही जाने को मजबूर हैं। एंबुलेंस चालकों ने भी हड़ताल का समर्थन किया है। मंगलवार को निजी एंबुलेंस चालकों ने गाड़ियां खड़ी रखीं। कानपुर के एंबुलेंस चालक चंदन सिंह ने नए नियमों का विरोध करते हुए अपना लाइसेंस फाड़ दिया। उन्होंने कहा कि 12000 की नौकरी करने वाला ड्राइवर इतनी बड़ी रकम कैसे भर पाएगा? इससे अच्छा गांव में किसानी कर लूंगा। अब इस लाइसेंस का क्या करना है? लखनऊ में पेट्रोल पंपों पर लंबी लाइन देखने को मिल रही है। करीब 1 किमी तक लंबी लाइनें यहां दिखीं। पेट्रोल पंप पर काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि कोई भी तेल का टैंकर नहीं आ रहा है, ऐसे में कब पेट्रोल और डीजल खत्म हो जाए। कुछ नहीं कहा जा सकता है। दूसरी ओर यात्रियों को 2-2 घंटे इंतजार के बाद भी रोडवेज बस नहीं मिल रही है। इससे यात्रियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। गोरखपुर में भी पेट्रोल-डीजल का संकट बढ़ गया है। बड़ी संख्या में लगो पेट्रोल लेने पंप पर पहुंच रहे हैं। लोगों की भीड़ देख कई पेट्रोल पंप बंद कर दिए गए हैं। शहर के टाउनहाल स्थित पेट्रोल पंप पर लोगों की लंबी लाइन लगी रही। वहीं, कुड़ाघाट, यूनिवर्सिटी पेट्रोल पंप, नौसड़ सहित कई पेट्रोल पंपों पर लोगों की भारी भीड़ लगी रही। पंप संचालकों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल का स्टॉक सिमित है। अगर दो दिन में स्टॉक नहीं आया तो संकट और बढ़ जाएगा। आगरा में पेट्रोल और डीजल की किल्लत है। कई संचालकों ने पेट्रोल पंप बद कर दिए हैं। इसके साथ ही पेट्रोल पंप के बाहर बैरिकेडिंग भी की गई। वहीं, इस मामले में आम आदमी पार्टी की ओर से मारुति स्टेट चौराहे पर प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ पुतला दहन किया। मंगलवार को रोडवेज बस चालकों ने काम नहीं किया। इस कारण रोडवेज बसें कम निकली। ठंड में सुबह से यात्री बसों के लिए सड़क पर इंतजार कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश नगरीय निकाय चालक कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि हड़ताल में शामिल होने के लिए विचार किया जा रहा है। मेमोरेंडम अभी संगठन के पास नहीं आया है। इसलिए संगठन ने अभी हड़ताल का ऐलान नहीं किया है। सचिवालय चालक संघ से भी लगातार विचार-विमर्श किया जा रहा है।जैसे ही मेमोरेंडम की कॉपी संगठन को मिलेगी, हड़ताल में शामिल हो जाएंगे। संगठन ने चेतावनी दी है कि प्रदेश के सभी निकायों में चलने वाले वाहनों का संचालन बंद कर दिया जाएगा। इसमें कूड़ा गाड़ियां और अधिकारियों की गाड़ियां भी शामिल हैं।