कानपुर। साल 2023 में कानपुर शहर के लिए उतार-चढाव भरा रहा। शहर का आधारभूत ढांचा बदलने के लिए विकास के नाम पर बहुत कुछ मिला लेकिन कुछ प्रोजेक्ट अपनी मियाद पूरी करने के बावजूद नहीं शुरू नहीं हो पाए। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की नई बिल्ड़िंग बनकर तैयार हो गई। दावा किया गया कि ग़रीबों को बेहतरीन सुविधाओं के साथ इलाज मिलेगा लेकिन इसे पूरी तरह से चालू नहीं किया जा सका। शहर की परिवहन सेवा के लिए साल 2023 उतार-चढ़ाव भरा रहा एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का काम तेजी से पूरा किया गया और अन्तधर्राष्ट्रीाय हवाई मानचित्र से जुड गया। रनवे पर अप्प्रोच लाइट भले ही लगने में देरी हो रही हो लेकिन दिन में हवाई जहाज आसानी से लैण्डव करने लगे हैं। आशा जताई जा रही है इसके लगने से इस साल जहाजों की नाईट लैंडिंग भी हो सकेगी और अंधेरे में विमान उड़ान भर सकेंगे। शहर में 80 ई बसों ने फर्राटा भरा और अब 100 ई बसें शहर में दौड़ने लगी है। बसों का विस्तार उन्नाव घाटमपुर और फतेहपुर के बिंदकी तक हो गया है। वहीं दूसरी तरफ सीएम योगी के द्वारा लोकार्पण के बावजूद विकास नगर में बनकर तैयार सिगनेचर सिटी बस अड्डा अधिकारियों की इच्छाशक्ति की कमी से इस साल भी नहीं चालू हो सका है।
. पहले केडीए और रोडवेज के बीच रुपयों के लेन-देन की वजह से बाधा रही, फिर स्टाफ के लिए फर्नीचर ना होने और फूड प्लाजा ना होने के कारण इसे चालू नहीं किया जा सका, जबकि 40 बसों का शेड्यूल भी रोडवेज जारी कर चुका है।. साल 2023 में कानपुर वासियों को कई सौगात मिली तो कुछ नहीं लेकिन में कन्वेंशन सेंटर का कार्य अधर में ही लटक गया। साल 2023 पुलिस के लिए चुनौतियों भरा रहा। कई बड़ी घटनाएं हुईं। कुछ घटनाएं सुलझाने में पुलिस के पसीने छूट गए तो कई ऐसी वारदात हुईं जिनका खुलासा अब तक नहीं हुआ। कई घटनाओं में पुलिसकर्मियों की संलिप्तता रही। वह जेल तक गए और तमाम पुलिसकर्मी निलंबित व लाइन हाजिर तक किए गए। निकाय चुनाव में एक बार फिर से भाजपा ने परचम लहराया और महापौर पद पर प्रमिला पाण्डेय ने कब्जा जमाने में सफलता पाई।