संवाददाता।
कानपुर। नगर की जाजमऊ पुलिस ने आखिर 14 महीने बाद जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के फरार पीए शकील चिकना को अरेस्ट कर लिया। शकील चिकना की 22 मुकदमों की लंबी-चौड़ी हिस्ट्रीशीट है। इरफान के साथ महिला का घर फूंकने में शकील भी बराबर का आरोपी है। वारदात के बाद से शकील फरार चल रहा था। जाजमऊ पुलिस ने सर्विलांस की मदद से उसे दबोचा।डिफेंस कॉलोनी में रहने वाली नजीर फातिमा का घर प्लॉट के विवाद में 7 नवम्बर, 2022 को फूंक दिया गया था। इसमें सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी समेत अन्य साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन विधायक का पीए हीरामन पुरवा बेकनगंज निवासी शकील चिकना फरार चल रहा था। सर्विलांस की मदद से जाजमऊ पुलिस ने उसे 14 महीने बाद अरेस्ट कर लिया। जाजमऊ थाने के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार सिंह सिसोदिया ने बताया कि पूछताछ में आरोपित ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पूछताछ में शकील ने बताया कि विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान के कहने पर लगाई थी। वारदात की रात वह प्लॉट पर मौजूद था। जाजमऊ इंस्पेक्टर अरविंद सिसौदिया ने बताया कि इरफान का पीए शातिर अपराधी है। उसके खिलाफ कानपुर के बेकनगंज, जाजमऊ, अनवरगंज, बजरिया, कर्नलगंज समेत कानपुर देहात के भोगनीपुर थाने में 22 से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें हत्या, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, एनएसए और गुंडा एक्ट जैसे गंभीर मुकदमें शामिल हैं। विधायक की गैर-मौजूदगी में रजवी रोड स्थित कार्यालय का इरफान का सारा काम अपराधी शकील ही देखता था। इंस्पेक्टर जाजमऊ अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि विधायक के खिलाफ जो भी आपराधिक मामले दर्ज हैं उनमें शकील चिकना की क्या भूमिका रही है। इसके बारे में भी तफ्तीश की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा।