संवाददाता।
कानपुर। नगर के भाऊपुर गांव का जवान पुंछ में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गया था। परिजनों के साथ तीन दिनों से शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचने का इंतजार कर रहे ग्रामीण रविवार को पार्थिव शरीर गांव न लाए जाने की खबर पर भड़क गए और तिरंगा हाथों में लेकर रोड पर जाम लगा दिया। इसके बाद पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्हें समझाने का प्रयास किया जा रहा है। चौबेपुर थाना क्षेत्र के भाऊपुर गांव निवासी बालक राम का पुत्र सेना में तैनात करण सिंह बीते गुरुवार को जम्बू में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। घटना की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम छा गया था। तीन दिनों से शहीद के परिजन व ग्रामीण पार्थिव शरीर गांव पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच शनिवार सुबह सेना की एक टुकड़ी कुछ आवश्यक कार्यवाही व परंपराओं का निर्वहन करने के लिए शहीद की पत्नी, बच्चे व भाई को अपने साथ लेकर जम्मू के लिए रवाना हो गई थी। इसके बाद भी वृद्ध माता-पिता के साथ-साथ बेहाल परिजन व ग्रामीण अपने शहीद लाल के अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर गांव पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। इस बीच लगातार शहीद का पार्थिव शरीर क्षत विक्षत होने के कारण उसके अंतिम संस्कार जम्मू कश्मीर में ही किए जाने की खबरें प्रचारित होने से परिजनों व ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया और आक्रोशित ग्रामीणों ने तिरंगा हाथों में लेकर रोड पर लोहिया फैक्ट्री के सामने नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और ग्रामीणों को मनाने का प्रयास करने लगी, लेकिन जाम लगाए लोग लगातार शहीद के पार्थिव शरीर को गांव लाने की मांग कर रहे हैं। वहीं बेटे की मौत से बदहवास वृद्ध माता-पिता की दो दिनों में कई बार तबीयत बिगड़ चुकी है। एडीसीपी आकाश पटेल के अनुसार उनकी सैन्य अधिकारियों से हुई बात में जवानों की शहादत पर राजकीय सम्मान का कार्यक्रम होने के बाद सभी सैनिक के परिवारों को उनके पार्थिव शरीर सौंप दिए जाएंगे। पीड़ित परिवार की भी जम्मू कश्मीर के उनके परिजनों से बात करा दी गई है। वायरल हो रही भ्रामक खबरों की वजह से लोग गुमराह हुए हैं। सभी को समझाकर शांत करा दिया गया है।