संवाददाता।
कानपुर। नगर के प्राणी उद्यान में जंगल सफारी शुरू हो गई है। जहां लोग वन्यजीवों के बीच रोमांचक सफर का आनंद उठा रहे हैं। 24 एकड़ में फैले इस सफारी एरिया में कई एकड़ जमीन पर प्राकृतिक झील है। जिसमें बड़ी संख्या में रंग बिरंगे विदेशी साइबेरियन पक्षी आए हुए हैं। इन पक्षियों का भी लोग दीदार कर रहे हैं। सफारी में कई वन्यजीव पूरी तरह से खुले में रहते हैं, इस सफारी में रहने वाले जीव जंतु अपने भोजन और सुरक्षित रहने का इंतजाम खुद करते हैं, इन्हें कोई भी पालता या देख रेख नहीं करता है। कानपुर प्राणी उद्यान 76 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। जहां एक तरफ बाड़े में बंद जंगली जानवरों को लोग देख सकते हैं, तो वहीं दूसरी तरफ तमाम जीव जंतुओं को लोग अब उनके प्राकृतिक वास में भी देख सकते हैं। दरअसल, यहां 24 एकड़ जमीन पर जंगल सफारी विकसित की गई है। वन्यजीवों से दर्शकों को कोई नुकसान न हो, इसके लिए प्रशिक्षित गाइडों का स्टाफ भी दर्शकों के साथ जंगल सफारी भेजा जा रहा है। सफारी के अंदर अलग-अलग स्थानों पर छह वॉच टॉवर बने हैं, जहां से दर्शक विदेशी पक्षियों का दीदार कर सकते हैं। सर्दी का मौसम शुरू होते ही कानपुर में विदेशी मेहमानों का आना शुरू हो गया है। इस जंगल सफारी में कई जीव जंतु जिसमें सांप ,मगरमच्छ, स्याही की ऐसी प्रजातियां है, जो बेहद खतरनाक है। इन्हें खुले में दर्शन देख सकते हैं। अंदर का वातावरण पूर्ण रूप से जंगल की तरह से है। जहां जाने वाले दर्शकों कोई एहसास होता है मानो वह किसी खुले जंगल में घूम रहे हो और कोई भी जानवर उनके आसपास से निकल सकते हैं।प्राणी उद्यान में जंगल सफारी में दर्शकों को जमीन में बिछे पेड़ों के रास्ते से गुजरना होता है। उन्हें यहां पूरी तरह प्रकृति और हरियाली से जुड़ने का मौका मिले रहा है। यह सफर बहुत अद्भुत और रोमांचक है। प्राणी उद्यान के रेंजर जावेद इकराम का कहना है कि गाइड की मौजूदगी में लोगों को जंगल सफारी भेजा जा रहा है। बड़ी संख्या में लोग जंगल सफारी घूमने के लिए पहुंच रहे हैं।जंगल सफारी में दर्शकों के लिए जंगल के बीच एक पक्का ट्रैक पैदल चलने के लिए बनाया गया है। इस ट्रैक से उतरने को किसी को भी इजाजत नहीं है। दर्शकों को घुमाने वाले और जानकारी देने वाले गाइड ने बताया क्योंकि यहां पर जीव जंतु और सांप खुले हुए हैं, इन पत्तों के बीच में बिच्छू भी रहते हैं। इसलिए कच्ची जमीन पर पैदल चलना सख्त मना है। जब दर्शक जंगल सफारी के अंदर पहुंचते हैं, तो यहां की जानवरों की पूरी जानकारी साथ में मौजूद गाइड उन्हें देते हैं। जंतु किस तरह से खतरनाक है कितना नुकसान पहुंचा सकता है और कहां पाया जाता है। उसके विषय में पूरी जानकारी दर्शकों को गाइड बताते हैं। कानपुर में जंगल सफारी की शुरुआत पहले हुई थी लेकिन बीते एक सालों से इसे बंद कर दिया गया था। लेकिन एक बार फिर से जंगल सफारी को देखने के लिए दर्शक पहुंच रहे हैं।जहां उन्हें प्राकृतिक जंगल का अनुभव मिल रहा है। गाइड अविरल ने जानकारी दी कि लोग यह मानते हैं की सबसे जहरीला सांप कोबरा होता है। उनकी कई प्रजातियां होती हैं। लेकिन दुनिया के सबसे जहरीला सांप रसेल्स वाइपर है, जिसके दांत की क्षमता बेहद खतरनाक तरीके से काटने पर जहर को शरीर में फैलती है और खून के थक्के जम देती है। इस जंगल सफारी में दुनिया का सबसे जहरीला सांप रसेल्स वाइपर भी मौजूद है।