संवाददाता।
कानपुर। नगर के बेकनगंज थाना क्षेत्र से सर्राफा व्यापारियों का करोड़ों का सोना और कैश लेकर भागने के मामले में 10 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। वहीं, दूसरी तरफ एक और पीड़ित सर्राफ सामने आया है। पीड़ित ने बताया कि भागा हुआ कारीगर उसका भी 750 ग्राम सोना और दो गाड़ियां लेकर भागा है। बजरिया पुलिस ने मामले में फरार सोना कारीगर संपतराव शिवाली लवाटे के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की है। बजरिया क्षेत्र में एसआर गोल्ड टेस्टिंग कंपनी का मालिक संपतराव शिवाजी लवाटे व उसका पार्टनर (साला) महेश मस्के व सूरज के खिलाफ इससे पूर्व सर्राफ मो. अय्यूब समेत 12 सोना-चांदी व्यापारियों ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनका आरोप था कि कारीगर शिवाजी लवाटे बाजार से करीब 20 किलो सोना और 1.50 करोड़ कैश लेकर भाग निकला है। अब चौक नारियल बाजार स्थित एमएस ज्वैलर्स एंड बुलियन के मालिक दीपक यादव भी सामने आए हैं। उनका कहना है कि शातिर शिवाजी लवाटे उसका भी 750 ग्राम सोना और दो गाड़ियां लेकर भाग निकला है। जिसकी कीमत करीब 50 लाख रुपए बताई है। बजरिया पुलिस ने तहरीर के आधार पर दीपक यादव के साथ ठगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। 2 दिसम्बर को शातिर कारीगर सर्राफा बाजार से करोड़ों का सोना और कैश लेकर भाग निकला है। बजरिया पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन 10 दिन बाद भी कानपुर पुलिस के हाथ खाली हैं। एक भी आरोपी की अरेस्टिंग नहीं कर सकी है। इस बात को लेकर सर्राफा व्यापारियों में जबरदस्त आक्रोश है।दीपक यादव ने सीसीटीवी देखने के बाद बताया कि कारीगर का साला महेश मस्के जिसने स्कूटी से सामान लेकर भागने से पहले करोड़ों का सोना और कैश को ठिकाने लगाया है। यह दीपक की ही स्कूटी है। दीपक ने बताया कि महेश ने उससे स्कूटी और बाइक मांगी थी। इसके बाद से वह परिवार समेत लापता है। 4 दिसम्बर को जब दीपक दुकान पर पहुंचे तो उसमें ताला बंद था। बाजार में चर्चा थी कि आरोपित सोना लेकर फरार हो गए हैं।