संवाददाता।
कानपुर। कानपुर नगर में अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ट्रैफिक कंट्रोल कर रहा है। एआई से अटैच कैमरे वाहनों को देखकर सिग्नल को ग्रीन, रेड और येलो कर रहे हैं। 5 चौराहों को मॉडल बनाकर इसकी शुरुआत की गई है । परिणाम अच्छे मिलने के बाद शहर के अन्य 27 चौराहों पर भी इसको लागू करने की तैयारी है। इसका बड़ा लाभ यह है कि पुलिस का काम हल्का हुआ तथा राहगीरों का वक्त भी बचा। कानपुर स्मार्ट सिटी के आईटी मैनेजर राहुल सब्बरवाल ने बताया कि कानपुर पहला ऐसा शहर है, जहां एआई से ट्रैफिक कंट्रोल हो रहा है। शहर के 27 अन्य चौराहों को एआई के हवाले किया जाएगा। जिन चौराहों पर एआई एक्टिव है वहां पुलिसकर्मियों की तैनाती कम कर दी गई है। एक चौराहे पर हर लेन में वाहनों को गुजरने के लिए 60 सेकेंड का समय निर्धारित किया गया है। चौराहों पर किसी एक लेन में ट्रैफिक नहीं होने पर भी सामने वाली लेन के वाहन सवारों को पूरा 60 सेकेंड तक इंतजार करना होता है। लेकिन, एआई की मदद से लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ रहा है। एक लेन में एक भी वाहन नहीं होने पर एआई 5 सेकेंड तक वेट करता है और फिर नेक्स्ट लेन को ग्रीन सिग्नल दे देता है। इस वजह से रेड सिग्नल पर खड़े वाहन सवारों को पूरे 60 सेकेंड तक इंतजार नहीं करना पड़ता। इससे चौराहों पर ट्रैफिक का दबाव भी नहीं बढ़ रहा है। आईटी मैनेजर के मुताबिक, एआई के प्रयोग के लिए अलग से नए कैमरे नहीं लगाए गए हैं। सॉफ्टवेयर से कैमरों को ही नई लर्निंग दी गई है। इसकी मदद से चौराहों पर लगे कैमरे ट्रैफिक सेंस करने लगे हैं। खास सॉफ्टवेयर के जरिए किसी भी कैमरे या मशीन को ऐसे प्रोग्राम किया जाता है, जिससे वे इंसानी दिमाग की तरह सोच सकें। इसके 3 मुख्य प्रोसेस होते हैं। जरीब चौकी, रावतपुर, परेड, बड़ा चौराहा, सद्भावना चौकी चौराहा, ईदगाह चौराहा, टाटमिल चौराहा, अफीमकोठी, फूलबाग, लालइमली, चुन्नीगंज, गोल चौराहा, वीआईपी रोड, हलीम कॉलेज चौराहा, विजय नगर, नवाबगंज, फजलगंज, रावतपुर गांव समेत अन्य चौराहे इसमें शामिल है ।कानपुर स्मार्ट सिटी के नोडल अधिकारी आरके सिंह के अनुसार कानपुर स्मार्ट सिटी और आईआईटी ने अनुबंध किया है। इससे आईआईटी के डिजाइन सॉफ्टवेयर की मदद से कैमरों के जरिए अपराधियों को पकड़ने में भी मदद मिल रही है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम और फेस रिकग्निजेशन कैमरों की मदद से अपराधियों की पहचान भी की जा रही है। पुलिस अपराधी का फोटो सहित ब्योरा कानपुर नगर निगम मुख्यालय में बने इंटीग्रेटेड कॉमन कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में फीड कराएगी। यह सिस्टम चौराहों पर लगे कैमरों के माध्यम से अपराधियों पर नजर रखना शुरू कर देगा। अपराधी जैसे ही कंट्रोल रूम से जुड़े चौराहे पर पहुंचेगा। वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में उसकी फोटो कैद होते ही आईसीसीसी में अलर्ट आएगा। कंट्रोल रूम का संचालन कर रहे पुलिस कर्मियों के माध्यम से तत्काल संबंधित चौराहे और उसके आसपास तैनात पुलिसकर्मियों को सूचना भेजी जाएगी, जो मौके पर कार्रवाई करेंगे।