संवाददाता।
कानपुर। नगर निगम में सवा साल बाद उद्योग बंधु की बैठक का आयोजन बुधवार को हुआ। इसकी अध्यक्षता नगर आयुक्त या अपर नगर आयुक्त को करनी चाहिए थी, लेकिन उनकी व्यस्तता के चलते चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी ने अध्यक्षता की। व्यापारियों के विरोध के बाद चीफ इंजीनियर भी मौके पर देरी से पहुंचे। यही नहीं अन्य अधिकारी भी देरी से पहुंचे। खानापूर्ति कर बैठक आधे घंटे में खत्म हो गई। फीटा उद्योग व्यापार संघ के महासचिव उमंग अग्रवाल के मुताबिक सवा साल बाद नगर निगम में बैठक हुई। अभी तक पिछली बैठक के कार्यवृत्ती तक नहीं मिली है। चीफ इंजीनियर के सामने उद्यमियों ने अपनी समस्याएं रखीं। वहीं ज्यादातर नगर निगम अधिकारी बैठक में पहुंचे ही नहीं। अन्य उद्यमियों ने भी इसको लेकर काफी नाराजगी व्यक्त की। बैठक में पहुंचे यूपी युवा ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के संरक्षक श्याम शुक्ला ने टूटी सड़क और जलभराव के मुद्दे को गंभीरता से उठाया। वहां सेंट्रल बैंक वाली रोड पर सीवर लाइन न होने से सड़कों पर बीते कई दशकों से पानी भर रहा है। ट्रांसपोर्टर्स को बेहद परेशानी उठानी पड़ रही है। चीफ इंजीनियर ने जलकल सचिव को इसकी जानकारी भी दी। इस पर जलकल ने अपनी गलती न होने को लेकर पल्ला झाड़ लिया। चीफ इंजीनियर ने जलकल को सीवर सफाई के साथ ही नगर निगम जोनल अभियंता को नाली निर्माण और सड़क निर्माण के लिए इस्टीमेट बनाकर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। श्याम शुक्ला ने बताया कि बीते 1 साल से उद्योग बंधु की बैठकों में कई बार मुद्दा उठाने के बाद भी सड़क और नाली का निर्माण नहीं हो सका है। भूसा टोली बर्तन बाजार के अध्यक्ष ईश्वर वर्मा द्वारा नरोना चौराहे से घंटाघर तक जाने के मार्ग पर कूड़े के ढेर न हटाए जाने की शिकायत की। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई भी नगर स्वास्थ्य अधिकारी मीटिंग में नहीं पहुंचा। इसलिए इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। महासचिव उमंग अग्रवाल ने फजलगंज के 84 चक में जेके जूट मिल से नागरथ चौराहा तक कई जगहों पर सड़क धंसी, नालियां टूटी होने और सफाई न होने की शिकायत की। बैंक ऑफ बड़ौदा से फायर स्टेशन तक सड़क को चौड़ा किए जाने की मांग भी उठाई।वहीं औद्योगिक क्षेत्र फजलगंज में आधी सड़क घेरकर अवैध रूप से बसों के खड़े होने तथा कटी हुई ट्रकों व अन्य वाहन सड़क पर पड़े होने से यातायात बाधित होता है, जिसका निदान की मांग उठाई। द यूपी इंडस्ट्रियल एस्टेट मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष शिवकुमार गुप्ता ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि औद्योगिक स्थानों में चार मार्गों पर कर्मचारी के आने-जाने पर तेज गति के वाहन रोकने के लिए गति अवरोधक बनाए जाएं। वहीं औद्योगिक क्षेत्रों में बंदरों के बढ़ते आतंक का मुद्दा उठाया गया, लेकिन चीफ इंजीनियर को भी नहीं मालूम था कि ये शिकायत कौन विभाग देखेगा। मीटिंग में पशु-चिकित्साधिकारी भी नदारद रहे। कानपुर व्यापारी एसोसिएशन के महामंत्री पुष्पेंद्र जायसवाल ने बताया कि यादव मार्केट शास्त्री नगर की रोड 2 साल पहले टेंडर होने के बाद भी नहीं बन सकी है। व्यापारियों के साथ आने-जाने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उद्योग बंधु की बैठक में आसिम हक, असद इमरान, सतीश प्रकाश, मनोज कुमार शुक्ला, श्याम शुक्ला, ईश्वर वर्मा, ज्ञानेंद्र अवस्थी समेत उद्यमी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।