कानपुर। इन दिनों उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में चल रहे विवादों पर पैनी नजर रखने के लिए पद्रेश क्रिेकट संघ के संस्थापक सदस्यों में रहे कारपोरेट सदस्य जेके समूह ने उत्तम प्रसाद केसरवानी को अपने प्रतिनिधि रूप में नियुक्त कर दिया है। वह अब तत्काल प्रभाव से ही अपना कार्यभार देखेंगे। बतातें चलें कि वर्तमान समय में संघ के भीतर व बाहर बहुत सारे विवाद चल रहे हैं। जेके संगठन को उत्तम प्रसाद केसरवानी पर बहुत विश्वास है और उन्होंने उन्हें अपने प्रतिनिधि के रूप में भेज दिया है जिससे वह संघ के भीतर चल रहे विवादों पर अपनी पैनी निगाह रख सकेंगे। बतातें चलें कि जेके समूह उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ में कारपोरेट सदस्य के रूप में साल 2018 से पंजीकृत है जिनपर वित्तीय विभाग पर नियन्त्रण रखने की भी जिम्मेदारी है। यही नहीं उत्तम प्रसाद केसरवानी बीते कई सालों से प्र्रदेश क्रिकेट संघ से जुडे मामले भी जेके की ओर से देखते आ रहे ये बात अलग है कि इस बार लिखा- पढी के साथ अब वह अपनी बेबाक राय यूपीसीए के पदाधिकारियों के बीच आसानी से रख सकेंगे। गौरतलब है कि जेके समूह को प्रदेश संघ के खिलाफ अनियमितताओं की शिकायतें बराबर बीते कई सालों से मिल रही थी जिसपर समूह के सदस्य पूर्व सचिवों से लगातार बात भी करते आ रहे थे। जिसमें मुख्य रूप से सीएसआर फंड से लेकर जीएसटी की पेनाल्टी और भी मामलों में जेके की ओर से वित्तीय सहायता भी प्रदान की गयी थी। उत्तम प्रसाद केसरवानी जेके समूह में बीते ढाई दशक से जुडे हुए हैं यही नही वह किसी समय में निवर्तमान अध्यक्ष स्व .यदुपति सिंहानियां की कैबिनेट के सदस्ये भी रहें हैं। उसके बाद से वह लगातार निधिपति सिंहानियां की ओर से प्रतिनिधित्व करतें आ रहें हैं।यूपीसीए से जुडे कई अन्य सदस्यों ने जेके समूह के इस फैसले का स्वागत करते हुए आशा जताई है कि उनके प्रतिनिधित्व से प्रदेश संघ में चल रही अनियमितताओं और फैले भष्टाचार का दौर समाप्त हो सकेगा।