तीन लाख की संगत के लिए लंगर प्रसादे हुआ तैयार।
संवाददाता।
कानपुर। मोतीझील में साहब श्री गुरु नानक देवजी महाराज का 554वां प्रकाशोत्सव श्रद्धा और उत्साह से मनाया जा रहा है। तीन दिवसीय समारोह के तीसरे दिन आज सुबह से ही लोग शबद-कीर्तन करने मोतीझील पहुंचना शुरू हो गए हैं। वहीं रविवार को श्रद्धालु संगत ने लंगर तैयारी सेवा की। सुबह से बड़ी संख्या में श्रद्धालु लंगर में योगदान देने पहुंचने लगे थे। आज करीब 3 लाख लोग गुरु का अटूट लंगर छकेंगे। वहीं गुरुद्वारों को रोशनी से सजाया गया है। रविवार की बात करें तो अमृत वेले ही दीवान सज गया। हजूरी रागी श्री दरबार साहिब अमृतसर भाई नवनीत सिंह, भाई गुरशरण सिंह लुधियाना वाले, भाई अमरजीत सिंह पटियाला, पूर्व ग्रंथी श्री दरबार साहिब अमृतसर ज्ञानी जसवंत सिंह, भाई कुलदीप सिंह राजा, भाई भूपिंदर सिंह गुरदासपुरी ने ‘सतगुरु नानक प्रगटिया, मिटी धुंध जग चानन होआ’ गुरुवाणी से संगत को निहाल किया। वाहे गुरु-वाहे गुरु कहते की लंगर सेवा छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग पुरुष और महिलाओं ने रविवार सुबह से रात तक लंगर की सेवा की। महिलाएं बड़ी संख्या में सुबह से मौजूद रहीं, जो गोभी के फूल तोड़ रही थीं। आलू काट रही थीं। प्रशादे के लिए लोई तैयार कर रही थीं। सभी में उत्साह उमड़ रहा था। इससे तैयार हो रहा गुरु का अटूट लंगर लंगर इंचार्ज मनजीत सिंह सागरी ने बताया कि करीब तीन लाख की संगत के लिए 250 बोरी आटा, 40 कुंतल दाल, 8000 गोभी, 100 बोरा आलू, 35 टन देसी घी, सब्जी सलाद आदि का उपयोग हो रहा है। इसमें कुछ सामग्री खरीदी जाती है और कुछ संगत सुबह से शाम तक दे जाती है। हर साल बढ़ती संगत को देखते हुए इस बार तीन लाख लोगों के लिए लंगर तैयार किया जा रहा है। श्री गुरु सिंह सभा की अपील पर घरों में एक किलो के प्रशादे (रोटी) तैयार कर रातभर लोग मोतीझील लाते रहे। इसके अलावा गोविंद नगर, रंजीत नगर, पांडु नगर आदि क्षेत्रों में 100 सेंटर बनाए गए थे, जहां प्रशादे तैयार होकर मोतीझील लाए गए।