संवाददाता।
कानपुर। नगर के घाटमपुर थाना क्षेत्र में भीतरगांव निवासी बुजुर्ग ने ग्राम विकास अधिकारी और प्रधान पुत्र समेत पांच लोगों पर मारपीट और जाति सूचक गालियां देने का आरोप लगाया है। बुजुर्ग ने साढ़ थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। जब बुजुर्ग की किसी ने सुनवाई नहीं की, तो वह न्यायालय की शरण में गया। न्यायालय के आदेश पर साढ़ पुलिस ने ग्राम विकास अधिकारी ग्राम प्रधान पुत्र समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की है। भीतरगांव ब्लॉक के कस्बा निवासी बुजुर्ग रामबाबू कोरी ने बताया कि उन्हें वर्ष 2022 में सरकार द्वारा शौचालय योजना के तहत शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपये सरकार की ओर से मिले थे। आरोप है कि पांच हजार रुपये उनसे प्रधान और सचिव ने वापस ले लिया था। इसके चलते वह अपना शौचालय नहीं बनवा पाए थे। उनके घर पर शौचालय अधूरा पड़ा हुआ है। शौचालय का निर्माण कार्य अधूरा होने पर सचिव ने उन्हें 18 मई 2023 को नोटिस थमा दिया था। पूरे रुपये न मिलने की शिकायत जब वह ब्लाक करने गए, तो आरोप है कि यहां पर प्रधान पुत्र शनि, भीतरगांव ग्राम पंचायत अधिकारी अमित द्विवेदी, उमरी ग्राम पंचायत अधिकारी सिद्धांत, ब्लाक में तैनात एक और सचिव हिमांशू व ब्लाक कर्मी अजय मिश्र ने बीडीओ कार्यालय के बगल वाले कमरे में उसे बंद कर मारा पीट था। शिकायत करने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर छोड़ दिया। आरोप है कि साढ़ थाने और भीतरगांव पुलिस चौकी में भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया न्यायालय के आदेश के बाद साढ़ पुलिस ने ग्राम विकास अधिकारी ग्राम प्रधान पुत्र समेत पांच के खिलाफ मारपीट जाति सूचना गाली देने का मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की है।